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ब्राउजिंग हिस्ट्री में क्या कुछ होता है सेव, जानिए कैसे करें इन्हें डिलीट

ब्राउजिंग हिस्ट्री कभी कभी आपके लिए मुश्किलें भी खड़ी कर सकती है, इसलिए इन्हें इरेज करना कभी न भूलें

By Shubham ShankdharEdited By: Published: Sun, 27 Aug 2017 04:39 PM (IST)Updated: Mon, 28 Aug 2017 02:37 PM (IST)
ब्राउजिंग हिस्ट्री में क्या कुछ होता है सेव, जानिए कैसे करें इन्हें डिलीट
ब्राउजिंग हिस्ट्री में क्या कुछ होता है सेव, जानिए कैसे करें इन्हें डिलीट

नई दिल्ली (जेएनएन)। वेब ब्राउजर्स आपकी गतिविधियों पर किन्हीं कारणों से नजर रखता है। ब्राउजर्स की हिस्ट्री तब आपकी मदद करती है जब आप फिर से पूर्व में खोजे गए किसी लेख, अपने पसंदीदा तस्वीरों को खोजना चाहते हैं, या फिर से उस टैब को खोलना चाहते हैं जिसे आपने गलती से बंद कर दिया था। वहीं इसी बीच कुछ लोग इस कंटेंट ट्रैकिंग को डरावना भी मानते हैं। अगर आप अपने कंप्यूटर को अन्य लोगों के साथ साझा करते हैं तो आपके लिए मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं क्योंकि वह व्यक्ति आपकी हिस्ट्री चेक कर वो सारे गूगल सर्च चेक कर सकता है जो आपने सीक्रेट तरीके से देखे थे।

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अच्छी बात यह है कि आजकल के सभी वेब ब्राउजर की हिस्ट्री और ऑनलाइन ट्रैक को मिटाना काफी आसान है। आपका ब्राउजर आपको यह बताने में सक्षम होता है कि आपने कौन कौन सी जानकारी सर्च की है और उनसे कैसे छुटकारा पा सकते हैं।

क्या कुछ सेव करता है आपका ब्राउजर:

  • आपके ब्राउजर हिस्ट्री में उन साइट्स और पेज की सूची होती है जिन्हें आपने पहले कभी ओपन किया था। यह हिस्ट्री आपको पुराने टैब में वापस लौटने में मदद करती है, साथ ही यह आपकी फेवरेट साइट पर आपको आसानी से पहुंचा देती है। काफी सारे ब्राउजर आपको विशेष सुविधा उपलब्ध करवाते हैं, मसलन अगर अपने सर्च बार में कोई एड्रेस टाइप करते हैं तो आपका ब्राउजर आपको कुछ विशिष्ट यूआरएल सुझाता है।
  • इसके अलावा आपका ब्राउजर आपकी डाउनलोड हिस्ट्री को भी ट्रैक करता है, जिसमें आपकी ओर से डाउनलोड की गई हिस्ट्री भी शामिल होती है। इन हिस्ट्री में कुछ ऐसी भी होती हैं जो आपके कंप्यूटर की डिस्क पर कहीं न कहीं लाइव रहती है। यह सिर्फ सर्च की गई हिस्ट्री के संदर्भों की सूची होती है। यह उन फाइलों को ढूंढने में आपकी मदद करती है जिन्हें आपने कभी डाउनलोड किया था और आप उन्हें आप फिर से डाउनलोड करना चाहते हैं।
  • आपकी ब्राउजिंग हिस्ट्री में कुकीज भी कहीं न कहीं सेव रहती हैं। इनमें साइट से जुड़े कुछ कोड होते हैं जिन्हें आप अपने सिस्टम में स्टोर करके रखना चाहते हैं। उदाहरण से समझिए अगर आप किसी वेदर (मौसम) वेबसाइट पर एंटर करते हैं तो यह तुरन्त आपको उन शहरों को दिखाता है जिनके मौसम की स्थिति आपने पहले देखा है और जिनकी कुकीज आपके सिस्टम में एक्शन में हैं। दूसरे उदाहरण में अगर किसी शॉपिंग वेबसाइट से वापस लौट रहे हैं और अगर आपकी बास्केट में कुछ सामान सेव है तो कुछ कुकीज काम करना जारी रखती है, या यूं कहे वो एक्टिव रहती हैं। ये कुछ ऐसी फाइल्स होती हैं जो आपके कंप्यूटर को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं लेकिन फिर भी कुछ लोग इन्हें अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री से डिलीट करना पसंद करते हैं।
  • आखिरकार आपके ब्राउजर में कैशे का भी आप्शन होता है जो कि ग्राफिक्स की लोकल कॉपी और अन्य एलिमेंट्स को सेव करके रखता है। इसका इस्तेमाल आपका ब्राउजर पेज को अधिक तेजी से लोड करने के लिए करता है।

ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट करने से पहले भी रखें ध्यान:

अगर आप अपनी इंटरनेट हिस्ट्री को डिलीट करना चाहते हैं तो काफी सारे ब्राउजर्स आपको अलग अलग डेटा की सूची दिखाते हैं। आपको इसे देखकर यह आसानी होगी कि आप क्या कुछ डिलीट करना चाहते हैं। अगर आप कुछ फाइल्स को ही जैसे कि कुकीज और कैशे को ही हटाना चाहते हैं तो आप ऐसा भी कर सकते हैं। यह आपके ब्राउजिंग एक्सपीरियंस को और सुविधाजनक बना सकती है।

प्राइवेट और इन-क्वागनिटो मोड:

जिन लोगों को प्राइवेसी की हरदम चिंता सताती रहती है उन लोगों को मॉर्डन ब्राउजर प्राइवेट और इनक्वागनिटो मोड में सर्फ करने की अनुमति देते हैं। सामान्यतया: आपको एक प्राइवेट मोड में विंडो ओपन करना होगा। आप इसे ओपन करें और जब आपका काम हो जाए तो इसे बंद भी कर दें। जैसे ही आप विंडो को शट करेंगे सभी ब्राउजिंग हिस्ट्री और स्टोर्स कुकीज आपके सेशन से खुद-ब-खुद गायब हो जाएंगी।

अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री को कैसे करें डिलीट:

  • यह बात मायने नहीं रखती है कि आपने किस बाउजर का इस्तेमाल किया है। ये आपकी ओर से सर्च की गई हिस्ट्री को कुछ ही मिनटों में मिटाने को आसान बना देते हैं। वहीं अगर आप अपने पूर्व में सर्च की गई तमाम गतिविधियों को बार बार डिलीट करने की झंझट से बचना चाहते हैं तो आप प्राइवेट और इनक्वागनिटो मोड का फायदा उठा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह आपकी गतिविधियों को ट्रैक नहीं करता है।
  • गूगल क्रोम में आपको एड्रेस बार के पास तीन डॉट दिखाई देंगे। इससे आप एप्लीकेशन मैन्यू को ओपन करें, फिर सेटिंग का विकल्प चुनें। स्क्रोल डाउन करें और एडवांस पर क्लिक करें। फिर ब्राउजिंग डेटा पर क्लिक करें। लिस्ट में से आप उनको चुनें जिन्हें डिलीट करना चाहते हैं। उस टाइम पीरियड को सेट करें जब तक का डेटा आप इरेस करना चाहते हैं। इसके बाद क्लियर ब्राउजिंग डेटा बटन पर क्लिक कर दें।
  • वहीं जो लोग मोजिला फायरफॉक्स का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं, उन्हें एड्रेस बार के बाजू में तीन समानान्तर लाइनें दिखाई देंगी। इससे आप फायरफॉक्स के मैन्यु में जा सकते हैं। इसके बाद आपको आप्शन चुनना होगा। क्लीन योर रिसेंट हिस्ट्री पर क्लिक करें।
  • वहीं अगर आप एप्पल सफारी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको सफारी मैन्यू में जाकर क्लियर हिस्ट्री पर क्लिक करना होगा। आपको इसमें टाइम पीरियड भी बताना होगा इसके बाद आपको क्लियर हिस्ट्री के लिए कंफर्म का बटन दबाना होगा।

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