जियो ने एयरटेल के विज्ञापन और टैरिफ प्लान्स को बताया भ्रामक, नियम उल्लंघन का लगाया आरोप
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली जियो ने भारती एयरटेल पर टैरिफ नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के ‘बाहुबली’ भारती एयरटेल और रिलायंस जियो ने फिर तलवारें खींच ली हैं। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली जियो ने भारती एयरटेल पर टैरिफ नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि क्षेत्र की पुरानी कंपनी भ्रामक पेशकश कर रही है। एयरटेल का रवैया मनमाना है। एक ही प्लान के लिए सब्सक्राइब कर रहे अपने ग्राहकों के साथ वह भेदभाव कर रही है। एयरटेल ने जियो के तमाम आरोपों को खारिज किया है। सुनील भारती मित्तल की अगुआई वाली कंपनी ने कहा है कि वह सभी नियमों का पालन कर रही है।
जियो ने दूरसंचार नियामक ट्राई से एयरटेल पर उच्चतम पेनाल्टी लगाने की मांग की है। उसका आरोप है कि एयरटेल 293 रुपये और 449 रुपये के दो प्लानों की भ्रामक तरीके से मार्केटिंग कर रही है। इन ऑफरों के एयरटेल के विज्ञापन संभावित उपभोक्ताओं को लुभाने का प्रयास करते हैं। इनमें यकीन दिलाया जाता है कि उन्हें 70 दिनों के लिए प्रति दिन एक जीबी डाटा दिया जाएगा। हालांकि, जो ग्राहक एयरटेल के दोहरे मानदंडों को संतुष्ट नहीं करते हैं, उन्हें केवल 50 एमबी डाटा का प्रावधान होता है। जबकि इसके बाद उनसे 4,000 रुपये प्रति जीबी की दर से डाटा टैरिफ वसूला जाता है।
इस स्कीमों के अंतर्गत, एयरटेल 70 दिन के लिए प्रति दिन एक जीबी मोबाइल इंटरनेट के साथ असीमित लोकल व एसटीडी कॉल की पेशकश कर रही है। इसके लिए ग्राहक के पास 4जी हैंडसेट और 4जी सिम होना चाहिए। 293 रुपये की दूसरी स्कीम के मामले में एयरटेल अपने नेटवर्क पर असीमित कॉलिंग की पेशकश कर रही है। इन स्कीमों का लाभ उठा रहे अन्य एयरटेल ग्राहकों को 35 दिन के लिए केवल 50 एमबी डाटा प्रति दिन इस्तेमाल के लिए मिलता है। जियो ने कहा कि यह पेशकश भेदभाव करने वाली है। केवल 4जी सिम कार्ड के साथ 4जी हैंडसेट वाले नए सब्सक्राइबर को 70 दिनों के लिए रोजाना एक जीबी डाटा देना जबकि अन्य को 35 दिन की खातिर 50 जीबी डाटा का लाभ देना न्यायोचित नहीं है।
जियो के आरोपों को एयरटेल के प्रवक्ता ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी टैरिफ आदेश सहित सभी नियामक दिशानिर्देशों का पूरी तरह अनुपालन करती है। ये आरोप कुछ नहीं, बल्कि जियो की सभी समस्याओं के लिए दूसरों पर दोष मढ़ने की आदत है, जिसमें नेटवर्क की कमी भी शामिल है। इससे भी बड़ी विडंबना यह है कि जियो खुद कई महीनों तक मुफ्त सेवाओं की पेशकश करती रही लेकिन अब अन्य ऑपरेटरों पर अंगुली उठा रही है।
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