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    हरियाली तीज में गूंजे कजरी के तराने

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    Updated: Sat, 10 Aug 2013 03:03 PM (IST)

    सावन के झूलों की पींगें और कजरी की धुनों के साथ शुक्रवार को शहर तीज के रंग में रंगा रहा। सामाजिक संगठनों ने तीज के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए तो घर-घर में तीज के गीत और मेहंदी लगे हाथों से इस पर्व का उल्लास छाया रहा। गली मोहल्लों में छाई तीज की खुमारी- विवाहिताओं के साथ युवतियों ने उत्साह के साथ तीज मनाई। ग

    नोएडा। सावन के झूलों की पींगें और कजरी की धुनों के साथ शुक्रवार को शहर तीज के रंग में रंगा रहा। सामाजिक संगठनों ने तीज के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए तो घर-घर में तीज के गीत और मेहंदी लगे हाथों से इस पर्व का उल्लास छाया रहा।

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    गली मोहल्लों में छाई तीज की खुमारी-

    विवाहिताओं के साथ युवतियों ने उत्साह के साथ तीज मनाई। गली-मोहल्लों में एक- दूसरे के घर जाकर महिलाओं ने झूले, तीज के गीत और पकवानों का आनंद लिया। तीज पर चढ़ी मेंहदी के रंग की तुलना में महिलाएं और युवतियां व्यस्त रही। ए एक दिन पहले लगाई गई मेहंदी के हाथों पर निखर आए रंग और डिजाइन को देख युवतियों के चेहरे पर खिली मुस्कान देखने लायक रही। महिलाओं और युवतियां कहीं ढोलक की थाप पर थिरक रही थीं तो कहीं फिल्मों गीतों की धूम मची हुई थी। कई सेक्टरों के पार्क महिलाओं ने पति की लंबी आयु की कामना के साथ सावन के झूले झूले। मायके से आए तीज के उपहारों को एक-दूसरे को दिखाने में महिलाएं व्यस्त रही।

    तीज का भी बदला अंदाज- तीज पहले परंपरागत तरीके से मनाई जाती थी, लेकिन अब इसमें ग्लैमर का तड़का लगने लगा। पहले जहां तीज से एक दिन पहले ननद, जेठानियां और सास बहुओं के लिए मेंहदी घोलने और लगाने में व्यस्तरहती थी। वहीं अब मेंहदी के लिए घर की औरतें बाजारों का रूख कर रही हैं। घर में सुबह से पकवान बनते और बड़े-बूढ़ों के आर्शीवादों से सावन के महीने में तीज मनाई जाती थी। अब तीज के मौके पर गाए जाने वाले 'सावन सूना सखियों बिना रह गया जी..आया री सासू तीज का त्योहार, हम भी तो जाएंगे बाप के घर आज.. झूले तो पड़ गए अमवा की डाल पे जी..जैसे गीत भी पीछे छूट रहे हैं। तीज मनाने में अब टेली सीरिलय को कॉपी करने की परंपरा चल पड़ी है।

    तीज पर बदतमीज दिल पर थिरके कदम: सेक्टर-51 केंद्रीय विहार सोसायटी ने सामुदायिक केंद्र में तीज मनाई। इस अवसर पर सावन की कजरी गाने के लिए विशेष रूप से औरतों का दल आमंत्रित किया गया था। इसके बाद सोसायटी में रहने वाली विभिन्न प्रांतों की महिलाओं ने अपने-अपने प्रांत में तीज पर गाए जाने वाले लोकगीतों से माहौल को खुशनुमा किया। सावन के झूले पड़े जैसे गीतों के साथ महिलाओं ने बदतमीज दिल, ओ राधा तेरी चुनरी गीतों पर नृत्य और गिद्दा किया। महिलाओं ने कार्ड और पासे के खेल भी खेले। समोसे, गुलाब जामुन के साथ समारोह का समापन हुआ। इस समारोह के आयोजन में मधु श्रीवास्तव, लता, अंजू, अर्चना और श्रुति ने योगदान दिया।

    धूमधाम से मनाई हरियाली तीज-

    पानीपत-जिले में हरियाली तीज पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व पर मुख्य कार्यक्रम देवी मंदिर में रहा। इसके अलावा माडल टाउन में पार्क में महिलाओं सहित बच्चों ने झूले झूले तथा पारंपरिक गीत गाकर सावन का स्वागत किया। सुबह से घरों में चहल पहल रही। नए-नए कपड़े पहनकर बच्चे जहां पार्को में झूले झूलते रहे। सुहागिन महिलाओं ने महागौरी की पूजा की। इस पर्व पर सुहागिन महिलाएं सुहाग की रक्षा के लिए कामना करती है। सावन मास उल्लास का मास होता है। सावन की झड़ी से हर तरफ हरियाली होती है।

    अग्रवाल वाटिका में तीज पर्व पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। बच्चों महिलाओं ने जहां झूला झूला। वहीं एक दूसरे को मिठाइयां बांटी। इस अवसर पर डॉ. अंजू गर्ग ने बताया कि यह उल्लास का त्यौहार है। महंगाई की मार का इस त्यौहार पर असर पड़ने लगा है। कामकाजी महिला होने के कारण इस त्यौहार पर कम महिलाएं भाग ले पाती है। लेकिन आज ईद पर्व पर अवकाश होने के कारण ज्यादा महिलाओं तथा बच्चों को तीज का पर्व मनाने का अवसर मिल गया।

    समालखा में माडल टाउन स्थित रघुनाथ मंदिर में हरियाली तीज के अवसर पर महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन किया गया। महिलाओं ने अपने पारंपरिक त्योहार पर लोकगीत व झूला झूलकर पर्व का आनंद उठाया। आयोजक द्वारा पर्व में शामिल होने वालों का मुंह प्रसाद से मीठा किया गया।

    उल्लेखनीय है कि तीज हरियाणा का पारंपरिक त्योहार है। इस समय में धान के हरे हो जाने के कारण ही इसे हरियाली तीज कहा जाता है। फसल की रौनक से पर्व के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ना स्वाभाविक है। शुक्रवार की शाम रघुनाथ मंदिर में आयोजित सामूहिक तीज उत्सव का शुभारंभ पार्षद कुलभूषण अरोड़ा ने किया। उन्होंने कहा कि पर्व हमें एक दूसरे को समझने और घुलने मिलने का अवसर देता है। दुख-सुख से भूलकर हम एक दूसरे से गले मिलते हैं। तीज पर नवविवाहिता के ससुराल वाले उसे उपहार देने आते हैं। महिलाएं गीत व झूला झूलकर आनंद उठाती है। बच्चे, महिलाएं, पुरुष आदि के सजधज कर इकट्ठे होने से पर्व का उत्साह कई गुना बढ़ जाता है। रघुनाथ मंदिर में आयोजित सामूहिक तीज समारोह में भी लोगों की भीड़ रही है। महिलाओं ने कीर्तन के बाद पारंपरिक लोकगीत गाकर समां बांधा, जो देर शाम तक चलता रहा। इस अवसर पर हार्दिक, मोनिका, रूचिका, चांदनी, अंजली, चंपा, संतोष, बेबी, कंचन आदि मौजूद थे।

    तीज महोत्सव में महिलाओं ने की ढेर सारी मस्ती-

    नई दिल्ली-सावन के सौंदर्य के बीच तीज त्योहार की बात ही निराली है। आइएनए स्थित दिल्ली हाट सहित राजधानी के कई मंदिरों में मेंहदी की भीनी खुशबू की तरह हर तरफ तीज का रंग बिखरा है। दिल्ली हाट में महिलाओं के लिए खास तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसके तहत एक तरफ महिलाओं ने अलग अलग स्टॉलो पर श्रृंगार की वस्तुओं की खरीदारी की तो दूसरी ओर उन्होंने इस मौके पर मौके पर मस्ती के साथ लोक कलाकारों के साथ नृत्य कर खुशियां मनाई।

    दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित तीज महोत्सव के चार दिवसीय आयोजन में महिलाओं ने कई गतिविधियों में हिस्सा लेते हुए सावन के सुहाने मौसम का पूरा लुत्फ उठाया। चूड़ी, बिंदी जैसे श्रृंगार की वस्तुओं व सुंदर परिधानों से सजे स्टॉलों पर महिलाओं की भीड़ देखते ही बन रही थी। वहीं मेंहदी लगाने वाले कई कलाकारों ने भी विभिन्न सुंदर डिजाइनों व कलात्मक मेंहदी से महिलाओं के हाथों को खूबसूरत बना दिया। युवतियों ने भी इस मौके पर खूब बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। सावन की रिमझिम फुहारों के बीच सुबह से ही महिलाओं ने यहां आना शुरू कर दिया। परिवार व दोस्तों के साथ तीज महोत्सव के इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं भाग ले रही हैं।

    इसके अलावा मौके पर आयोजित लोक नृत्य कलाओं से राजस्थान के कलाकारों ने सभी का मन मोह लिया। इसके तहत वहां के लोक गायकों ने भी सावन के गीतों से सभी को झूमने पर मजबूर किया। वहीं प्रतियोगिताओं के आयोजन में भाग लेते हुए महिलाओं ने नृत्य भी किया। उत्सव के दौरान लोगों ने राजस्थानी मिठाई घेवर का भी पूरा लुत्फ उठाया।

    मेयर ने भी मनाया तीज उत्सव-

    तीज के मौके पर उत्तरी नगर निगम के महापौर मास्टर आजाद सिंह ने अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस खास मौके पर लांसर्स रोड स्थित उनके निवास पर महिलाओं के लिए झूले का प्रबंध किया गया। दर्जनों की संख्या में महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया। सभी ने खूब मस्ती करते हुए हाथों में मेंहदी रचाई व झूले का आनंद उठाया। नवविवाहिता से लेकर बुजुर्ग महिलाओं ने भी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस अवसर पर मेयर ने सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए उनकी समृद्धि की कामना की।

    रहे सलामत मेरा सजना और सजना का आंगन-

    मसूरी- कुलड़ी के एक होटल में आयोजित तीजोत्सव समारोह में इनरव्हील क्लब के सदस्यों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए और गीतों पर देर शाम तक थिरकते रहे। वहीं, लॉयनेस क्लब मसूरी द्वारा आयोजित तीजोत्सव समारोह में क्लब सदस्यों ने तीज गीतों पर देर तक नृत्य किया और एक दूसरे को तीज की बधाइयां दी।

    हरियाली तीज पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित-

    देहरादून- 'सावन का महीना पवन करे शोर, सावन के झूले पड़े' व 'पिया पिया पिया मेरा जिया पुकारे' जैसे गीत-नृत्यों की धूम हरियाली तीज पर शहरभर में रही। शहरभर में हरियाली तीज पर आयोजित कार्यक्त्रमों में मेहंदी, गीत, नृत्य, मॉडलिंग व चूड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। इसमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

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