महाबोधि मंदिर की सुरक्षा पर सवाल
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया स्थित विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को चौकस किए जाने को लेकर प्रशासनिक तौर पर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं।
बोधगया [गया]। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया स्थित विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को चौकस किए जाने को लेकर प्रशासनिक तौर पर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। और सुरक्षा की समीक्षा को लेकर आए दिन बीटीएमसी के सभागार में प्रशासन-पुलिस के वरीय अधिकारियों की बैठक होती रहती है। बैठक में नित नई बातें सामने आती है। लेकिन रविवार को मंदिर का अलग नजारा था। एक तो रविवार सार्वजनिक अवकाश का दिन और दूसरा बोधगया का ख्यात पर्यटन मौसम के दौरान विश्र्र्व शांति के निमित आयोजित पूजा। मंदिर के प्रवेश द्वार के समीप लगा एक डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर। मंदिर में प्रवेश करने वाले देशी-विदेशी दर्शनार्थियों की कतार लगी है। जहां बीटीएमसी के एक सुरक्षाकर्मी और दो महिला पुलिस बल की तैनात हैं। बीटीएमसी के सुरक्षाकर्मी मंदिर में प्रवेश करने वाले हर पर्यटक पर निगाहें टिकाए हैं तो महिला पुलिसकर्मी निश्चिंत भाव से दूर खड़ी। क्योंकि एक ही डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर से सभी का प्रवेश हो रहा है। पूछने पर पता चला कि एक मेटल डिटेक्टर खराब है। मंदिर के बाहर लाल पैडस्टल क्षेत्र पर सुरक्षा की कमान दो शस्त्रधारी कमांडो के जवान संभाले हैं। कमांडो के जवान के हवाले सुरक्षा और लाल पैडस्टल पर फुटपाथ की दुकान न लगे इसकी भी निगरानी करने की जिम्मेवारी है। जो मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर बीटीएमसी कार्यालय तक चौकसी के साथ चहलकदमी करते रहते हैं। पूछने पर एक कमांडो ने बताया कि 15 कमांडो की तैनाती है। लेकिन एक शिफ्ट (चार घंटे का) में दो जवान तैनात रहकर सुरक्षा की कमान थामते हैं।
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