राजस्थान के दो दिग्गजों का भविष्य तय करेगा गुजरात विधानसभा चुनाव
गुजरात विधानसभा चुनाव में राजस्थान के दो दिग्गज नेताओं की की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है ।
जयपुर, [नरेन्द्र शर्मा ] । गुजरात विधानसभा चुनाव में राजस्थान के दो दिग्गज नेताओं की की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है । गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इन दोनों ही नेताओं का भविष्य तय करेगा । ये है कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव ।
भाजपा ने जहां पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के करीब भूपेन्द्र यादव को गुजरात चुनाव का प्रभारी बनाया है । वहीं कांग्रेस ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के विश्वस्त अशोक गहलोत को गुजरात का प्रभारी बनाया है । दोनों ही नेता पिछले दो माह से गुजरात में जमें है । दोनों को ही संगठनात्मक एवं चुनावी रणनीति में माहिर माना जाता है । यादव के प्रभारी रहते हुए जहां पहले राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी,वहीं यूपी में फिर यादव ने चुनाव प्रभारी रहते हुए अपने संगठनात्मक कौशल का परिचय दिया ।
राजस्थान और उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर चुके भूपेन्द् यादव के लिए गुजरात चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है,क्योंकि प्रध्नमंत्री नरेन्द् मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दोनों गुजरात से ही आते हैं । यादव के निकटस्थों का मानना है कि यदि गुजरात चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहता है तो पार्टी नेतृत्व उन्हे इसका इनाम जरूर देगा । यादव की जन्मस्थली राजस्थान के अजमेर में है और उनकी शिक्षा भी यहीं हुई है । वे राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं ।यादव समर्थक चाहते हैं कि भविष्य में वे राजस्थान की कमान संभालें ।
इधर अशोक गहलोत के लिए गुजरात चुनाव में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन काफी आवश्यक है । अगले वर्ष होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में गहलोत की भूमिका तय करने में गुजरात चुनाव परिणाम काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे । अब तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पार्टी के भीतर राजस्थान के भावी मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में देखा जा रहा है,गहलोत विरोधी खेमा पायलट के पक्ष में पूरी तरह लामबंद है । वहीं गहलोत अभी अपनी हार मानने को तैयार नहीं है ।
गहलोत ने कई मौकों पर पायलट के कामकाज के तरीकों की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना की,वे अपने समर्थकों को अपने साथ जोड़े रखने के प्रयास में जुटे हैं । गहलोत समर्थकों का मानना है कि यदि गुजरात में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहता है तो पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी अशोक गहलोत पर ही एक बार फिर दांव लगाने के बारे में सोचना ही होगा । उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने राजस्थान यात्रा के दौरान कई बार पायलट को आगे बढ़ाने और गहलोत को उन्हे आर्शीवाद देने की बात सार्वजनिक रूप से कही है । पंजाब के प्रभारी रहते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाने के बाद गुजरात राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल की चौंकाने वाली जीत को गहलोत समर्थक अपने पक्ष में मान रहे हैं । यादव और गहलोत दोनों की राजनीतिक कुशलता अगले वर्ष होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भविष्य तय करेगी ।