डायबिटीज स्टूडेंट की सूची तैयार करने में जुटे सीबीएसई स्कूल
संस, पटियाला केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई के आदेशों के बाद सीबीएसई स्कूल डायबिटी
संस, पटियाला
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई के आदेशों के बाद सीबीएसई स्कूल डायबिटीज पीड़ित स्टूडेंट की सूची तैयार करने में जुटे हैं। सीबीएसई के निर्देशानुसार दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षा के दौरान अब परीक्षार्थियों को लंच ब्रेक का समय दिया जाएगा। हालांकि यह लंच ब्रेक सबके लिए नहीं होगा। सीबीएसई की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वो परीक्षार्थी जिन्हें टाइप 1 डायबिटीज की शिकायत है, उन्हें परीक्षा के बीच में खाने के लिए लंच ब्रेक मिलेगा। उल्लेखनीय है किटाइप 1 डायबिटिज मरीज, शुगर लेवल बैलेंस करने के लिए दो से चार घंटे के लिए इंसूलीन पर निर्भर होते हैं। उन्हें सलाह दी जाती है कि कुछ खाने पीने के बीच ज्यादा लंबे समय का अंतराल न हो। शुगर का लेवल कम होने पर सर दर्द और चिड़चिड़ापन, बेचैनी और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। सीबीएसई ने इस संबंध में सभी सीबीएसई स्कूलों को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है। डायबिटिक छात्र परीक्षा के दौरान 1 घंटे या 90 मिनट की अवधि के बाद कुछ खा सकते हैं। केंद्रीय विद्यालय-1 के ¨प्रसिपल ओमवीर ¨सह ने बताया कि सीबीएसई की आओ से भेजा गया पत्र प्राप्त होने के बाद डायबिटीज स्टूडेंट की सूची तैयार की जा रही है। जिसके बाद बच्चों के अभिभावकों से बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट मंगवाई जाएगी। डॉ. अशोक धवन के मुताबिक जो छात्र इस रोग से पीड़ित हैं वो सुबह करीब साढ़े 8 बजे तक इंसुलिन लेता है। परीक्षा 10 बजे से शुरू होती है और 11 बजे से छात्र का शुगर लेवल डाउन होना शुरू हो जाता।
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