मंदिर निर्माण के कार्य में सहयोग करे सरकार : बजरंग दल
जागरण संवाददाता, कपूरथला। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक के
जागरण संवाददाता, कपूरथला। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ¨सह की ओर से सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा का सुझाव देने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष व मुख्य प्रवक्ता नरेश पंडित के कहा कि गृहमंत्री का यह सुझाव पर्याप्त नहीं है। राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार को दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय देना होगा। केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि सुप्रीम कोर्ट में विशेष बेंच का गठन कर मामले का जल्द निपटारा करवाया जाए।
नरेश पंडित ने कहा कि भाजपा के पास राज्यसभा में भले ही बहुमत नहीं है पर लोकसभा में तो है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व को चाहिए कि वह मंदिर निर्माण के लिए पहले लोकसभा में प्रस्ताव पेश करे। जहां तक राज्यसभा में मंदिर के लिए अपेक्षित समर्थन का सवाल है तो इसके लिए विहिप के विशेष संपर्क सेल का उसे समर्थन मिलेगा। यह सेल मंदिर के लिए विभिन्न दलों के सांसदों से समर्थन हासिल करने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के नेतृत्व में संतों का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की तैयारी में है। यह दल प्रधानमंत्री से मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की मांग करेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर का सवाल खड़ा कर हम सरकार के कामकाज में कोई व्यवधान नहीं खड़ा करना चाहते पर सरकार को भी चाहिए कि वह मंदिर निर्माण में सहयोग करे।
अयोध्या में रामलला के मंदिर पर नरेश पंडित का कहना है कि राम मंदिर बनाने का वादा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के पास इसके लिए इच्छाशक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का मामला कोर्ट के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। जबकि तीन सुझाव में से किसी एक पर भी अमल किया जाए तो मंदिर बन सकता है। पहला सुझाव यह है कि मंदिर निर्माण का प्रस्ताव कांग्रेस लाए और भाजपा व अन्य दल उसका समर्थन करे। दूसरे सुझाव के तहत आपसी समन्वय व संवाद के जरिए राजनैतिक दल इस मसले को हल कर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें। तीसरा मुस्लिम समुदाय यह सच्चाई स्वीकार करे कि उन्हें ¨हदुओं से भी ज्यादा अधिकार मिले हुए हैं, इसलिए वे स्वयं मंदिर निर्माण के लिए पहल करे।
इस अवसर पर र¨वदर अरोड़ा, प्रदीप जैन, ओम प्रकाश कटारिया, संजय शर्मा बोबी, रमेश बजाज, राजेश गुप्ता, संजीव बजाज, धीरज बजाज, हर¨वदेर ¨सह लवली, चेतन सूरी, चंदर मोहन भोला, अश्वनी कुमार गुप्ता, विजय ग्रोवर, हरदीप पंडित बावा, राकेश ग्रोवर, राजेश वर्मा, जीवन वालिया, राजकुमार अरोड़ा, राजू सूद, राजकुमार राजू, अमित कुमार शर्मा व अन्य सदस्य उपस्थित थे।