Move to Jagran APP

एसआरआई विधि से करें धान की रोपाई

By Edited By: Published: Tue, 22 May 2012 09:15 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2012 09:16 PM (IST)
एसआरआई विधि से करें धान की रोपाई

जागरण प्रतिनिधि, होशियारपुर

loksabha election banner

किसानों को पानी की बचत के प्रति जागरूक करने के लिए कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर जहां सेमिनार लगाकर जागरूक किया जाता है, वहीं उन्हें नई तकनीकों के साथ फसलों की काश्त करने की प्रेरणा भी दी जाती है। उक्त जानकारी जिला कृषि अधिकारी डा. सर्बजीत सिंह कंधारी ने मंगलवार को मुकेरियां में किसानों को एसआरआई (सिस्टम आफ राइस इनटेंसीफिकेशन) विधि से धान की रोपाई करने की विधि से अवगत करवाते हुए दी। उन्होंने बताया कि इस विधि के माध्यम से 60 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है। इस विधि से रोपाई करने के लिए मजदूरों को मनरेगा के तहत अप्रूव्ड किया गया है। पनीरी तैयार करने का ढंग भी आसान है और इसमें भी कम पानी की आवश्यकता होती है। डैमों के दौरान 11 दिन की पनीरी को खेत में लगाकर दिखाया गया। इस विधि से धान लगाना पाबंदी से बाहर है। साधारणतया: धान को 26 से 30 बार पानी लगाना पड़ता है, जबकि इस विधि में मात्र 12 बार ही पानी लगाने से फसल तैयार हो जाती है। नदीनों से बचाव करने के लिए पोनोवेटर की सहायता से गुड़ाई करना भी आसान होता है। उन्होंने किसानों से कहा कि वह कृषि विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त कर पानी बचत को जीवन का हिस्सा बनाते हुए नई तकनीकों के माध्यम से काश्त करें। इस अवसर पर एडीओ अमरीक सिंह, डा. जसवीर सिंह, कृषि विकास अधिकारी डा. धनवंत सिंह, अशोक कुमार व अन्य विभागीय कर्मचारी भी उपस्थित थे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.