राधे मां पर एक और खुलासा, बहू की हत्या में जेल काट चुके हैं पिता व भाई
चर्चित धार्मिक गुरु राधे मां के परिवार के बारे में एक और ख्ाुलासा हुआ है। राधे मां के दो भाई व पिता पर अपनी बहू बलविंदर कौर की हत्या का अारोप लगा था और उनको इसके लिए कैद की सजा भी काटनी पड़ी थी। आरोप है कि बलविंदर की हत्या
गुरदासपुर। चर्चित धार्मिक गुरु राधे मां के परिवार के बारे में एक और ख्ाुलासा हुआ है। राधे मां के दो भाई व पिता पर अपनी बहू बलविंदर कौर की हत्या का अारोप लगा था और उनको इसके लिए कैद की सजा भी काटनी पड़ी थी। आरोप है कि बलविंदर की हत्या केवल इसिलए कर दी गई कि उसे संतान नहीं हो रही थी।
राधे मां पर भी बलविंदर व उसके मायकों वालों पर दबाव बनाने का आरोप है। राधे मां की भाभी यानि बलविंदर कौर के भाई गुरदासपुर के गांव नानो नंगल जगतार सिंह ने बताया कि बहन बलविंदर की शादी 1996 में दोरांगला निवासी राधे मां के भाई सुखबीर सिंह के साथ हुई थी।
सुखबीर बिजली बोर्ड में नौकरी करता था। शादी के दौरान उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था। उसकी बहन आंगनवाड़ी वर्कर की नौकरी भी करती थी। जगतार का कहना है कि, शादी के बाद राधे मां के परिवार वालों ने यह कहते हुए उसकी नौकरी छुड़वा दी कि जितना तुम्हें वेतन मिलता है, इतनी तो हम महीने में शराब पी जाते हैैं।
जगतार सिंह ने कहा कि शादी के सात साल बाद बहन को कोई बच्चा नहीं हुआ तो उसे परेशान किया जाने लगा। राधे मां के भाई व परिवार वालों ने 6 जून 2002 को उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के आरोप में राधे मां के भाई सुखबीर सिंह, उसके पिता अजीत सिंह व भाई निर्मल सिंह के खिलाफ थाना दोरांगला में मामला दर्ज हुआ था। उसने आरोप लगाया कि केस दर्ज होने के बाद राधे मां ने भी मुकेरियां के कुछ लोगों के जरिए धमकाते हुए उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया था।
शक्ति थी तो राधे मां ने अपनी भाभी को क्यों नहीं दी संतान
जगतार सिंह ने कहा कि शादी के सात साल बाद भी बहन को कोई संतान नहीं हुई तो राधे मां का परिवार संतान तथा और दहेज लाने के लिए परेशान करने लगा। इस दौरान भी राधे मां खुद को देवी का अवतार बताती थी, लेकिन अगर उसके पास कुछ होता तो क्या वह अपने भाई को बच्चा नहीं दिलाती। उसकी हत्या करने की नौबत ही क्यों आती।
शादी में राधे मां ने खाया था चिकन
जगतार ने कहा कि ( शादी के दौरान लड़के वालों की मांग के मुताबिक बरात के लिए मांसाहार (नान वेज) का भी प्रबंध किया गया था। इस समय राधे मां की चिकन खाते हुए जो फोटो दिखाई जा रही हैै वह शादी के दौरान उनके घर की ही है। शादी के बाद से ही उनकी बहन की चारों ननद, पति, देवर व सास-ससुर उसे परेशान करते थे।
अपनी भाभी को धमकाती थीं राधे मां
बलविंदर कौर की मां कंशो ने बताया कि शादी के कुछ साल बाद जब पति से अनबन होने के बाद उनकी बेटी मायके चली आई तो राधे मां अपने सात-आठ समर्थकों के साथ उनके घर आई थी। इसी दौरान उसने एक अलग कमरे में बैठकर उनकी बेटी को धमकाय। इसके चलते राधे मां के जाते ही उनकी बेटी बेहोश हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
कहा, सच को पहचानें लोग
जगतार सिंह व कंशो ने लोगों से अपील की है कि वह सच को पहचानें। उन्होंने कहा कि राधे मां में कोई शक्ति नहीं है। वह लोगों को मूर्ख बनाकर लूट रही है। लोगों को भ्रमित करके वह करोड़ों रुपये कमा चुकी है। वह अपने ही भाई का घर नहीं बसा पाई तो लोगों को क्या दे सकती है।
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