खराब रिजल्ट से कैप्टन नाराज, शिक्षा विभाग में तबादले
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का रिजल्ट खराब होने से सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह खफा हैं। विभाग में कई अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। ...और पढ़ें

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं कक्षा के खराब नतीजों पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्री को शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए प्रारूप तैयार करने की सख्त हिदायत की है।
गत दिवस देर सायं सरकार ने शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले भी किए। माना जा रहा है कि जिन जिलों में रिजल्ट खराब रहा है, उन अधिकारियों को बदला गया है। इसके अलावा कई अधिकारियों का प्रमोशन भी किया गया है। सरकार ने शिक्षा विभाग में पीईएस (स्कूल एवं निरीक्षण) और काडर ग्रुप ए के 60 अधिकारियों के तबादले एवं तैनातियों के आदेश जारी किए हैं। इनमें 3 मंडल शिक्षा अधिकारी (सीईओ) और 37 जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा) शामिल हैं। इसके अलावा जिन स्थानों पर नए पीएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं, उनके आदेश जल्द जारी किए जाएंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग को भी हिदायत दी है कि शिक्षा विभाग के लिए आवश्यक फंड मुहैया करवाए जाएं, ताकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा व बुनियादी ढांचे का स्तर सुधारा जा सके। मुख्यमंत्री ने मंगलवार सुबह शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी से बात कर दसवीं के परिणामों पर निराशा व्यक्त की।
40 फीसद से अधिक विद्यार्थी फेल
इन नतीजों में 40 फीसद से अधिक विद्यार्थी फेल हो गए हैं। उन्होंने शिक्षा मंत्री को राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार लाने के एजेंडे के कार्य की निगरानी स्वयं करने के निर्देश दिए।
सरकारी स्कूलों से केवल 24 विद्यार्थी मेरिट में
सरकारी स्कूलों के केवल 24 विद्यार्थी ही मेरिट लिस्ट में शामिल होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों का स्तर कायम रखने के साथ-साथ शिक्षा का स्तर सुधारने की जिम्मेवारी विभाग की ही बनती है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले पंजाब में शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए कई नई नीतियां अमल में लाने के आदेश जारी किए हैं।

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