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    समर्थन मांगने पहुंचीं मीरा कुमार, कहा- रामनाथ कोविंद से नहीं है मेरी कोई लड़ाई

    By Ankit KumarEdited By:
    Updated: Sun, 09 Jul 2017 08:55 PM (IST)

    मीरा कुमार राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन जुटाने के लिए चंडीगढ़ पहुंची। उन्होंने कांग्रेस विधायकों से बातचीत की और मीडिया के सवालों का भी खुलकर जवाब दिया।

    समर्थन मांगने पहुंचीं मीरा कुमार, कहा- रामनाथ कोविंद से नहीं है मेरी कोई लड़ाई

    जेएनएन, चंडीगढ़। यूपीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार को आम आदमी पाटी (आप) से समर्थन की उम्मीद है। उन्होंने समर्थन के लिए पार्टी को पत्र भी लिखा है और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी की है। रविवार को मीरा कुमार पंजाब और हरियाणा के कांग्रेसी विधायकों से समर्थन जुटाने चंडीगढ़ पहुंचीं। इस मौके पर हरियाणा और पंजाब के नेता एक साथ दिखाई दिए।

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    आम आदमी पार्टी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने उम्मीद जताई कि उन्हें आप का समर्थन जरूर मिलेगा। साथ ही संकेत दिए कि इस बारे में आप नेता (अरविंद केजरीवाल) से बात की गई है। अन्य दलों को भी समर्थन के लिए पत्र लिखा है।

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    दो दिन पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि विपक्ष ने अपना उम्मीदवार उतारने में काफी देर कर दी। इस सवाल को उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि हिंदी में 'यदि' और अंग्रेजी में 'इफ' पर क्या कमेंट्स करें। मीरा कुमार ने कहा कि यह लड़ाई दो नामों के बीच नहीं, बल्कि विचारधारा की है।

    एक तरफ वो विचारधारा है, जिस पर हमारे पूर्वज चलते रहे हैं। हमें सिखाया गया है कि सभी धर्मों का सम्मान करें। दुर्भाग्य है कि हम जात-पात में बंटे हुए हैं, जबकि हमारे कदम जाति प्रथा को खत्म करने की तरफ बढ़ने चाहिए। एनडीए पर बड़ी सफाई से हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'आने वाले दिन अंधकारमय हैं'।

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    जाति पर समाज का असली चेहरा व सोच सामने आई

    जब उनसे पूछा गया कि राष्ट्रपति चुनाव को दलित बनाम दलित बनाया गया, तो मीरा कुमार ने कहा कि इसकी एक खुशी है और एक दुख। खुशी यह कि इससे समाज का असली चेहरा व सोच उभर कर सामने आई। दुख यह कि पहले राष्ट्रपति पद के लिए उच्च जाति के लोग चुनाव लड़ते रहे, तब उनकी उपलब्धियों उनके कौशल, उनकी शिक्षा की बात होती थी। आज जाति की बात हो रही है।

    रामनाथ कोविंद से मेरी कोई लड़ाई नहीं है और न ही मैं लड़ाई बनाना चाहती हूं। इस मौके पर उनके साथ केंद्रीय नेता सलमान खुर्शीद, कांग्र्रेस की प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी, प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, हरियाणा के प्रदेश प्रधान अशोक तंवर और हरियाणा कांग्र्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी मौजूद रहे।

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