पंजाब में नशे के खिलाफ हल्ला बोल, दस दिन में 485 नशा तस्कर काबू
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने नशा तस्करों आैर कारोबारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। पिछले 10 दिनों में 485 नशा तस्करों और कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सत्ता संभालने के बाद से राज्य में नशा कारोबारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया है। अभी तक राज्य में 485 नशा कारोबारियों व तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान एनडीपीएस एक्ट के तहत 387 मामले दर्ज किए गए। नशे को खत्म करने के लिए हर जिले में एंटी नारकोटिक्स सेल यूनिटों को बनाई गईं। इसके अतिरिक्त सीआइए के सहयोग से एसएचओ स्तर की टीमें भी बनाई गईं। राज्य के विशेष ऑपरेशन सैल भी इस मुहिम में शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य की विभिन्न एजेंसियों को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) का डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (आरडीआइ) और कस्टम विभाग जैसी केंद्रीय एंजेसियों के साथ तालमेल करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों के बाद एक विशेष टास्क फोर्स पहले ही बनाई जा चुकी है। इसके सहारे नशे विशेषकर चिट्टे (हेरोइन, सिंथेटिक, फार्मास्यूटिकल ड्रग) के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
कितने नशीले पदार्थ बरामद
16 मार्च से लेकर 27 मार्च तक विशेष टीमों ने विभिन्न स्थानों पर छापा मारकर 3.945 किलो हेरोइन बरामद की है, जिसमें बीएसएफ की ओर से पकड़ी गई एक किलो हेराइन शामिल है। इस दौरान पकड़े गए नशीले पदार्थों में करीब 622 किलो भुक्की, करीब आधा किलो स्मैक, सवा दो किलो चरस, 24 किलोग्राम से अधिक अफीम व साढ़े 65 किलो गांजा शामिल है। विशेष टीमों ने 133 बोतलें सिरप, 1075 टीके, 90993 कैप्सूल/गोलियां बरामद की हैं। इसके अतिरिक्त 11.224 किलो नशीला पाउडर भी पकड़ा है।
जालंधर देहात में सबसे अधिक मामले
सबसे अधिक मामले जांलधर देहाती में दर्ज किए गए हैं। यहां कुल 63 मामले दर्ज हुए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने जालंधर में अधिकृत दवाइयों का दुरुपयोग रोकने व छापे मारने के लिए पुलिस आयुक्त की मदद के लिए पक्के तौर पर एक ड्रग इंस्पेक्टर लगाने की अपील की है।
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