उम्मीदवारों के चयन के बाद आम आदमी पार्टी की टीम की दिल्ली वापसी
आम आदमी पार्टी ने बाहरी व पंजाबी के मुद्दे को अंदरखाते सुलझाने की कवायद शुरू कर दी है। दिल्ली से आए कुछ आब्जर्वरों को दिल्ली भेज दिया गया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ । आम आदमी पार्टी की दिल्ली से आई 54 आब्जर्वरों की वापसी पार्टी के सभी उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल होने के बाद होगी। अभी 32 सीटों पर तैनात आब्जर्वरों को ही दिल्ली रवाना किया गया है। इस बाबत पार्टी के सह प्रभारी जनरैल सिंह व कन्वीनर गुरप्रीत सिंह घुग्घी ने कहा है कि जिन सीटों पर उम्मीदवारों का फाइनल चयन किया जा चुका है, वहां आब्जर्वरों का काम नहीं रह गया है। उनकी तैनाती केवल उम्मीदवारों के चयन तक ही की गई थी, इसलिए जिन सीटों पर उम्मीदवार फाइनल किए जा चुके हैं, वहां के आब्जर्वरों को दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा है।
बाहरी बनाम पंजाबी के मुद्दे में पिछले एक माह से उलझी आप ने समय रहते ही दिल्ली से आई टीम को चुपचाप रवाना करने की रणनीति में बदलाव करके इस मुद्दे को ही खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। बीते दिनों खबरें आई थीं कि दिल्ली से आई 54 आब्जर्वरों की पूरी टीम रवाना कर दी गई है। सुच्चा सिंह छोटेपुर द्वारा पंजाबी बनाम बाहरी का मुद्दा उठाने के बाद कांग्रेस व अकाली दल ने भी उसका समर्थन करके आप की मुश्किलें बढ़ा दी थीं।
कई विधानसभा हलकों में तैनात आब्जर्वरों की शिकायतें भी बीते दिनों की गई थीं। केजरीवाल ने अपने चार दिवसीय दौरे में पार्टी के वालंटियर्स की शिकायतें भी सुनीं थीं। उसके बाद पार्टी ने फैसला किया कि चुपचाप दिल्ली से आई टीम को वापस भेज दिया जाए, जिससे यह मुद्दा ही खत्म हो जाए कि बाहरी पंजाब में आप को चला रहे हैं।
हालांकि सह प्रभारी जनरैल सिंह कहते हैं कि यह पार्टी की तय रणनीति थी। इसके तहत ही दिल्ली से आब्जर्वरों को तैनात किया गया था। उनकी तैनाती केवल उम्मीदवारों के टिकट फाइनल करने तक ही थी। इसके बाद पार्टी ने दूसरे राज्यों में उनकी ड्यूटियां लगाई हैं। कनवीनर गुरप्रीत सिंह कहते हैं सारी टीम सभी उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल करने के बाद रवाना हो जाएगी।
तीसरी लिस्ट तीन दिनों में
पार्टी सूत्र बताते हैं कि उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट तीन दिनों में आने की संभावना है। पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों का चयन लगभग कर लिया गया है। तीसरी लिस्ट में 35 से 50 उम्मीदवारों को शामिल किए जाने की संभावना है। जिनकी पुलिस जांच की रिपोर्ट क्लीयर नहीं होगी, उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए जाएंगे।