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    पंजाब: चंडीगढ़: लोगों की दुआओं ने मुझे सब कुछ दिया : गुरदास मान

    By Edited By: Updated: Thu, 01 Aug 2013 07:20 PM (IST)

    संवाद सहयोगी, चंडीगढ़

    मेरी इस म्यूजिक एल्बम में आठों गीत मेरे लाडले बच्चों की तरह है। जैसे एक मां को अपने सभी बच्चे अच्छे लगते हैं..यह कहना है पंजाबी गायकी के सम्राट गायक गुरदास मान का। वीरवार को वे पत्नी मनजीत मान के साथ यहां अपनी नई पंजाबी म्यूजिक एल्बम रोटी. रिलीज करने पहुंचे। इनके अलावा पंजाबी गायक दलेर मेहंदी, म्यूजिक डायरेक्टर जतिंदर शाह, बिन्नू ढिल्लों व अन्य कलाकार भी मौजूद थे।

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    एल्बम के बारे में गुरदास मान ने बताया कि एल्बम के कुल आठ गीत हैं और ये सभी गीत उनके दिल के बहुत करीब हैं, इन्हे वे अपने लाडले बच्चों की तरह मानते है। उन्होंने बताया कि इन सभी गीतों में से मेरा सबसे लाडला बच्चा यानी कि प्रिय गीत 'मैं हां तेरे पिंड दी हवा सोहनेया..' है। वहीं, एल्बम का टाइटल गीत रोटी. सभी के दिलों को छू जाने वाला गीत है, इसमें गीत के जरिए बताया गया है कैसे हर किसी के जीवन में रोटी खानी, कमानी और बनानी कितना मुश्किल है। काफी सालों बाद एल्बम निकाली है, उम्मीद है कि यह दर्शकों को जरूर लुभाएगी। उन्होंने लोगों की दुआओं के कारण ही सब कुछ पाया है।

    सबसे पहले रोटी बनाना सीखा

    गुरदास मान ने बताया कि जब वे स्टूडेट थे और पटियाला में अपने दो दोस्तों के साथ हॉस्टल में रहते थे तो वे सिर्फ रोटी बनाने का ही काम करते थे जबकि बाकी का काम दूसरे रूममेट्स करते थे।

    फिल्मों में भी दिखेंगे मान साहब : मनजीत मान

    गुरदास मान की पत्नी मनजीत मान ने बताया कि जल्द ही गुरदास साहब एक पंजाबी फिल्म में भी दिखेंगे। फिल्म को लेकर तैयारियां हो चुकी हैं। शायद पांच अक्तूबर को फिल्म का नाम घोषित कर शूटिंग का शुभारंभ कर दिया जाएगा। वह फिल्म उनकी ही निर्देशित होगी।

    बचपन और शरारतें दोनों साथ-साथ:

    बचपन चला गया, जवानी चली गई, जिंदगी की कीमती निशानी चली गई। गुरदास मान से जब उनकी बचपन की कोई शरारत पूछी गई तो उन्होंने अपने गाए इसी गीत से ही इस सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बचपन शरारतें करने के लिए ही होता है। अगर बचपन में शरारतें ही नहीं की तो फिर क्या बचपन। वे अकसर अपनी जवानी में भी घर पर शरारतें किया करता था और उनकी दादी और मां उन्हें उस समय यही बोलतीं थीं कि, ओए मान ना कर शरारतां.।

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