माता -पिता का इनकार, फिर भी सवाल-कहीं गीता ही पूजा तो नहीं
सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान में रह रही गीता यहां बचपन में परिवार से बिछड़ गई पूजा तो नहीं है। गीता गूंगी व बहरी है व पूजा भी सुनने व बोलने में असमर्थ थी। पूजा के भाई व पिता ने कहा कि गीता उनकी बिछड़ी पूजा नहीं है।
अशोक नीर, अमृतसर। सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान में रह रही गीता यहां बचपन में अपने परिवार से बिछड़ गई पूजा तो नहीं है। गीता भी गूंगी व बहरी थी और पूजा भी सुनने व बोलने में असमर्थ है। गीता पाकिस्तान के लाहौर स्टेशन पर मिली थी और पूजा भी कई सालों से लापता है। हालांकि उसके भाई का कहना है कि पाकिस्तान में रह रही गीता उसकी बहन पूजा नहीं है। मूक-बधिर दंपती ने भी गीता को अपनी बेटी मानने से इनकार किया है। लेकिन पूजा व गीता के मूक-बधिर होेने जैसी समानताओं से चर्चाएं खत्क नहीं हो रहीं।
पूजा के पिता व भाई-बहन।
इस मामले में एक टीवी चैनल ने बुधवार को अमृतसर के राजेश व उसकी पत्नी रामदुलारी के हवाले से दावा किया था कि पाकिस्तान में रह रही गीता वास्तव में उनकी बिछड़ी लड़की पूजा है। बृहस्पतिवार को इस दंपती ने इससे इनकार किया। अपने बोलने में समर्थ बेटे राजू के माध्यम से दंपती ने इशारों में बताया कि गीता उनकी बेटी पूजा नहीं है। बताया जाता है कि गीता ने भी उनको अपना माता-पिता मानने से इनकार किया है, लेकिन इसके बावजूद कयासों व चर्चाओं का दौर जारी है।
राजू ने बताया कि छह साल पहले अमृतसर से जालंधर जाने वाली ट्रेन में भीख मांगने के लिए चढ़ी थी। उसके बाद वह घर नहीं लौटी। अमृतसर के रीगो ब्रिज के दाईं तरफ स्थित झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले राजेश व उनकी पत्नी राम दुलारी के तीन बेटे एवं तीन बेटियां हैं। परिवार में राजू (17), करण (3), कृष्णा (2), दुर्गा व काजल हैं। राजू ने कहा कि पूजा उससे एक वर्ष छोटी है। उन्होंने भी टीवी में उस लड़की की फोटो देखी है, जिसे गीता बताया जा रहा है, लेकिन वह उसकी बहन पूजा नहीं है।
वहीं मौजूद राजू के पिता ने इशारों में बताया कि उसकी बेटी छह वर्ष पहले गुम हुई थी। राजू ने बताया कि वह पूजा को ढूंढ़ने जालंधर, लुधियाना, अंबाला, दिल्ली व मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन तक गया। उसने बताया कि पूजा की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज नहीं करवाई गई थी, क्योंकि उसके माता-पिता गूंगे व बहरे हैं।
यहीं झुग्गी झोपडिय़ों में पिछले 25 साल से करियाना की दुकान करने वाले पप्पू ने बताया कि पाकिस्तान में रह रही वाली गीता यहां से लापता पूजा नहीं है। वह इस परिवार को दो दशक से जानता है। उनकी बेटी पांच-छह वर्ष पहले गुम हुई है। पहले यह परिवार भीख मांग कर गुजारा करता था।
गीता के लौटने पर ही हकीकत पता चलेगी
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की ईदी फाउंडेशन के पास पिछले 13 वर्ष से गीता नामक एक लड़की है। इस लड़की को भारत लाने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। भारतीय अधिकारी उससे मिलने भी गए थे। गीता के भारत लौटने पर ही पता चलेगा कि वह अमृतसर के इस दंपती की संतान है या किसी दूसरे राज्य की रहने वाली है।
लोगों का अनुमान, गीता हो सकती है पूजा
राजू के दावे के बावजूद कई लोगों का इस पर संशय है और उनका मानना है कि गीता ही पूजा हो सकती है। इन लोगों का कहना है कि परिवार की झोपड़ी रेल ट्रैक के पास है। संभावना जताई जा रही है कि जब पाकिस्तान में जत्था गया हो तो यह लड़की भी समझौता एक्सप्रेस में बैठ गई हो। वर्ष 1998 से अमृतसर रेलवे स्टेशन पर फ्री बस की सेवा कर रहे एसजीपीसी अधिकारी कुलदीप सिंह फौजी ने कहा कि उन्होंने इस लड़की को रेलवे स्टेशन पर भीख मांगते देखा है। संभावना है कि यही गीता पूजा है।
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