मैं पंजाबी, खून में पंजाबियत : राकेश बेदी
रमेश शुक्ला 'सफर' अमृतसर
राकेश बेदी। टीवी स्क्रीन से लेकर बड़े परदे पर मुस्कराता चेहरा और नपे-तुले शब्दों में हंसी बिखेरने वाले राकेश बेदी को एक बार देखने वाले शायद ही भूल सके। फिल्म तिरंगा में अपने अंदाज में 'खबरी लाल' का करैक्टर कौन भूल सकता है। जिस तरह राकेश बेदी के निभाये किरदार दर्शक भूल नहीं सकते, उसी तरह राकेश बेदी ने रंगमंच को कभी भुलाया नहीं। रंगमंच से शुरू हुआ उनके जिंदगी के सफर ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया। फिल्म इंडस्ट्री में 34 सालों में राकेश बेदी ने करीब 175 फिल्में (हिंदी, पंजाबी, टेली व अन्य भाषाओं में बनने वाली फिल्मों) में काम किया। 50 से अधिक टीवी शो में उन्होंने देश-विदेश में अपनी अदाकारी के बलबूते पर अपना जलवा बिखेरा। यही नहीं, देश-विदेश में 200 से अधिक प्रसिद्ध नाटकों में अपनी एक्टिंग से जमकर तालियां बटोरीं। शुक्रवार को राकेश बेदी शनिवार को जालंधर में नाटक 'मसाज' के मंचन के लिए मुंबई से अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरे। इस दौरान दैनिक जागरण ने उनसे खास बातचीत की।
राकेश बेदी ने बताया कि जालंधर में नाटक 'मसाज' का मंचन शनिवार को हो रहा है। इसमें वह 24 किरदार में मंच पर दिखेंगे। करीब दस सालों से वह यह नाटक कर रहे हैं। नाटक की कहानी में एक युवक फिल्मों में हीरो बनने के लिए मुंबई जाता है और वहां पर एक सी ग्रेड फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर के पास चौथे असिस्टेंट की उसे नौकरी मिल जाती है। इस दौरान वह हीरो बनने के लिए डायरेक्टर को रिझाने की कोशिश में मसाज करता है। उस युवक को किन-किन परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है, यही नाटक 'मसाज' की मूल कहानी है।
राकेश बेदी ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने हर फिल्म में अपनी छाप छोड़ी है। एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन से एक्टिंग में निपुण होने के बाद उनकी पहली फिल्म 1979 में 'हमारे-तुम्हारे' आई। उसके बाद 'चश्मे-बद्दूर' में राकेश बेदी अपनी एक्टिंग से फिल्मी जगत में छा गए। उसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। छोटे पर्दे पर 'श्रीमान-श्रीमति', 'यस बॉस', 'यह जो जिंदगी है' में जहां उन्होंने घर-घर पहुंच कर लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई, वहीं फिल्म 'दिलजले', 'विजेता', 'बेवफा सनम', 'दुलारा', 'हीरो नंबर वन', 'तिरंगा' जैसी तमाम फिल्मों में उन्होंने काम किया। छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे पर उन्होंने अपनी एक्टिंग से हमेशा तालियां बटोरीं।
राकेश बेदी कहते हैं कि वह जल्द ही पंजाबी फिल्मों में दोबारा लौट रहे हैं। 10 जून से वह एक पंजाबी फिल्म की शूटिंग करने जा रहे हैं, जबकि दो हिंदी फिल्मों की शूटिंग चल रही है। वह कहते हैं कि पंजाबी फिल्मों का सुनहरा दौर लौट चुका है। मुझे खुशी है कि मैं पंजाबी हूं, और पंजाबियत मेरे खून में है।
विंदू दारा सिंह के मैच फिक्सिंग में फंसने को लेकर दो टूक शब्दों में राकेश बेदी कहते हैं कि जो भी हुआ, गलत या इसका सही फैसला तो न्यायपालिका करेगी, लेकिन विंदू दारा सिंह की गिरफ्तारी के बाद बालीवुड पर सवालिया निशान लगाना गलत है। आखिर में हंसते हुए कहते हैं कि कल ससुराल में ड्रामा करना है, गौरतलब है कि राकेश बेदी की ससुराल जालंधर में है। इस दौरान उनके साथ रितेश शर्मा व नवीन भी मौजूद थे।
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