कुछ नया करना है
धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' में अर्चना की भूमिका निभा रही हैं अंकिता लोखंडे। वे आगे क्या सोचती हैं..

धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' में अर्चना की भूमिका निभा रही हैं अंकिता लोखंडे। वे आगे क्या सोचती हैं..
छोटे पर्दे पर आने और रातोंरात सफलता पाने वाले चेहरों की सूची में अंकिता लोखंडे भी हैं। वे बहुत कम समय में लोगों के दिल में बसी हैं। हालांकि अब उन्हें जी टीवी के धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' में काम करते हुए काफी समय हो चुका है। वे आज भी इसमें अर्चना की केंद्रीय भूमिका निभा रही हैं। वे इस शो से बेहद खुश हैं।
अंकिता बताती हैं, 'मैं इंदौर में पली-बढ़ी हूं। बचपन से ही ऐक्ट्रेस बनने की इच्छा थी। ग्रेजुएशन करने के बाद मैंने 2004 में 'जी सिने स्टार्स की खोज' शो में भाग लिया। उसमें मैं फाइनल राउंड तक गई थी, लेकिन विजयी नहीं हो पाई। उसके बाद मुझे जो काम मिलता रहा, करती रही। मैंने साड़ी और सलवार-कमीज के कई कैटलॉग के लिए फोटो शूट किए। बीपीएल और एलआईसी के लिए टीवी कमर्शियल भी किए।' 'पवित्र रिश्ता' में अभिनय करने का अवसर कैसे मिला? अंकिता बताती हैं, 'इसके पहले मैं धारावाहिक 'बाली उमर को सलाम' में अभिनय कर चुकी थी। किसी कारणवश वह शो ऑन एयर नहीं हो सका। सभी मुझसे कहने लगे कि अब तुम्हारी शादी की उम्र हो रही है। घरवाले मुझे मुंबई से इंदौर बुला रहे थे। मेरे दिमाग में यह बात थी कि अब तो कुछ करना ही पड़ेगा। मैंने सोचा कि ऐसा सीरियल करूं, जिसमें मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा अवसर मिले। इसी बीच जी टीवी की क्रिएटिव टीम और एकता ने मुझे पसंद किया। इस तरह मुझे यह सीरियल मिल गया।'
'पवित्र रिश्ता' में अर्चना की भूमिका में अब तो अंकिता एकदम ढल गई हैं। लोग भी इस रूप में उन्हे पसंद कर रहे हैं। वे कहती हैं, 'जी बिल्कुल। अर्चना सरल, शांत और भावुक लड़की है। अपने परिवार की खुशियां उसके लिए बहुत मायने रखती हैं। परिवार में किसे क्या चाहिए, उसे पता है। वह अपनी आई यानी मां के बेहद करीब है। आई की खुशियां उसके लिए बेहद मायने रखती हैं। मैं भी काफी हद तक अर्चना की तरह ही हूं। उसी की तरह मैं भी महाराष्ट्र की हूं। मैं मां से झगड़ती भी हूं। इसलिए अर्चना की भूमिका में ढलने में कोई दिक्कत नहीं हुई और धीरे-धीरे इस रोल में मेरा विश्वास बढ़ता गया।' बालाजी के धारावाहिकों की नायिका को जल्द ही स्टार का दर्जा मिल जाता है। अंकिता को क्या लगता है? वे बताती हैं, 'बालाजी के साथ काम करने वाला हर कलाकार स्टार होता है। जहां तक मेरी बात है, तो मैं बहुत ही साधारण लड़की की भूमिका निभा रही हूं। स्टारडम के बारे में मैं बिल्कुल नहीं सोच रही हूं। मैं आज भी यही चाहती हूं कि दर्शक शो को पसंद करें। शो हिट होगा, तो स्टारडम अपने आप मिल जाएगा।'
अंकिता की नजर में 'पवित्र रिश्ता' में विशेष क्या है? वे सोचते हुए बताती हैं, 'अर्चना का उसकी आई के साथ रिश्ता ही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। अभी तक जितने भी सीरियल बने हैं, वे सास-बहू या अन्य रिश्ते पर बने हैं। मां और बेटी के रिश्ते पर आधारित धारावाहिक बहुत कम ही हैं।' इस भूमिका को निभाते हुए काफी समय हो चुका है। अब तो अंकिता किसी तरह का दबाव महसूस नहीं करती होंगी? वे कहती हैं, 'लीड रोल कर रही हूं, इसलिए दबाव महसूस नहीं कर रही हूं, बल्कि जिम्मेदारी का एहसास अधिक हो रहा है। मेरे संवाद नहीं भी रहते हैं, फिर भी कई सीन में मेरी उपस्थिति जरूरी होती है। हम रात-दिन शूटिंग कर रहे हैं।'
बालाजी के धारावाहिक में केंद्रीय भूमिका निभाने का अवसर मिलना अंकिता के लिए कितनी बड़ी उपलब्धि है? वे स्वीकारती हैं, 'बालाजी के साथ काम करने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। एकता कपूर से मिलने का अवसर मिला। वे बेहद स्वीट हैं। एकता ने मुझे मौका दिया है कि मैं खुद को साबित कर सकूं। अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रही हूं कि अर्चना की भूमिका को सहजता और समर्पण से निभाऊं।' आगे क्या करेंगी अंकिता? वे कहती हैं, 'मैं कुछ नहीं सोच रही हूं। अभी बस इसी सीरियल पर ध्यान है, पर कुछ नया भी करना है।'
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