Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दो साल में नहीं बना ब्रिज, कैसे बनेगी स्मार्ट सिटी

    By Edited By:
    Updated: Sun, 15 May 2016 03:05 AM (IST)

    जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने को लेकर प्र ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ¨चता आने वाले कुछ वर्षों में और बड़े रूप में तब्दील हो सकती है। केंद्र में मोदी सरकार गठित होने के बाद से राउरकेला के लोगों को उम्मीद थी कि पिछले दस साल से ब्राह्मणी नदी पर नये ब्रिज के निर्माण का सपना अब जल्द पूरा हो जाएगा। देखते-देखते दो साल गुजर गए लेकिन अब तक नये ब्रिज के लिए शिलान्यास तक नहीं हो सका।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केंद्र सरकार ने राउरकेला को देश के 100 स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल कर लोगों को बेहतर जीवन मुहैया कराने की एक और उम्मीद से जोड़ दिया। ऐसे में हर गुजरते दिन के साथ अब यह सवाल बड़ा होता जा रहा है कि दो साल से एक ब्रिज की आश लगाए बैठी जनता यह कैसे भरोसा करे कि आने वाले तीन साल में राउरकेला स्मार्ट सिटी में तब्दील हो जाएगा? यह स्थिति तब है, जब स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हैं। बावजूद अगर जनहित से जुड़े सर्वाधिक संवेदनशील मुद्दों के समाधान में देरी होती है तो कहीं न कहीं लोगों के अच्छे दिन के सपने पर बड़ा आघात लगता है।

    :::::::::::::::::

    नये ब्रिज का निर्माण रहा चुनावी मुद्दा

    लोकसभा चुनाव के दौरान ब्राह्मणी नदी पर नये ब्रिज का निर्माण बड़ा चुनावी मुद्दा रहा। भाजपा ने अपने चुनावी अभियान के दौरान जोरशोर से इसका प्रचार किया था। वादा किया गया था कि केंद्र में सरकार गठन के साथ ही नये ब्रिज के निर्माण में सभी बाधाओं को दूर करते हुए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। शिलान्यास कार्यक्रम के लिए एक केंद्रीय मंत्री के शहर आगमन का कार्यक्रम भी तय हो गया था लेकिन अचानक से यह दौरा रद हो गया। पिछले दस साल से नये ब्रिज के निर्माण का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह सवाल गत दो साल में और बड़ा हो गया है।

    ::::::::::::::::::::::::

    महत्वपूर्ण है नये ब्रिज का निर्माण

    ब्राह्मणी नदी पर बने ब्रिज के जरिए ही राउरकेला शहर ओडिशा राज्य के अधिकांश हिस्सों से जुड़ा हुआ है। नदी पर बना पहला ब्रिज काफी पुराना हो गया है। तकनीकी विशेषज्ञों की माने तो पहले ब्रिज ने अपनी उम्र पूरी कर ली है लिहाजा यातायात के बढ़ते दबाव व लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तत्काल दूसरे ब्रिज के निर्माण की जरूरत है। केंद्र में यूपीए सरकार के समय से ही दूसरे ब्रिज के निर्माण की मांग उठती रही। कई बार मामला टेंडर तक पहुंचा लेकिन अब तक नये ब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी।

    ::::::::::::::::::::::::::::

    दो माह में हो जाएगा नये ब्रिज का शिलान्यास : बेहरा

    सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्र तथा राउरकेला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष जगबंधु बेहरा ने दावा किया कि अगले दो माह में नये ब्रिज का शिलान्यास हो जाएगा। टेंडर प्रक्रिया में तकनीकी दिक्कतों के कारण यह विलंब हुआ। बेहरा ने दावा किया कि इस संबंध में पार्टी अपने वादे पर कायम है। नये ब्रिज के निर्माण के साथ-साथ राउरकेला को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना भी मोदी सरकार जरूर पूरा करेगी।