ओडिशा के जंगल में 40 बाघ एवं 318 चीता
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बाघों की गिनती के बाद जो तथ्य सामने
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर
प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बाघों की गिनती के बाद जो तथ्य सामने आए हैं वह उत्साह बढ़ाने वाले प्रतीत हो रहे हैं। क्योंकि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्रधिकरण की गिनती को प्रदेश सरकार नकारती आई है। अब प्रदेश सरकार द्वारा खुद कराई गई गिनती के परिणाम से पता चलता है कि ओडिशा के जंगलों में 40 भारतीय बाघ और 318 चीता पाए गये हैं। यह संख्या एनटीसीए के आकलन से कहीं अधिक है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्रधिकरण (एनटीसीए) ने सन 2006, 2010 और 2014 में प्रदेश में बाघों की गणना करते हुए राज्य सरकार को रिपोर्ट दी थी। लेकिन राज्य सरकार ने केवल 2006 की रिपोर्ट को ही सही माना और बाकी दो रिपोर्ट को नकार दिया था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्रधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा में बाघों की संख्या लगातार घट रही है। जो चिंता का विषय है। प्रदेश में बाघ संरक्षण के कई प्रकल्प चलने के बावजूद बोघों की संख्या में लगातार हो रही गिरावट से प्रदेश की आलोचना हो रही थी। सन् 2006 में प्रदेश में 45 बाघ थे जिनकी संख्या लगातार घट रही है।
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