जासूसी नहीं करने को किसी देश के साथ नहीं है समझौता: ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि जासूसी नहीं करने के लिए अमेरिका का किसी भी देश के साथ समझौता नहीं है, लेकिन खुफिया जानकारी जुटाते समय वह निजता के अधिकारों की रक्षा के प्रति वचनबद्ध है।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि जासूसी नहीं करने के लिए अमेरिका का किसी भी देश के साथ समझौता नहीं है, लेकिन खुफिया जानकारी जुटाते समय वह निजता के अधिकारों की रक्षा के प्रति वचनबद्ध है।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने कहा, 'यह कहना ठीक नहीं है कि अमेरिका का ब्रिटेन के साथ जासूसी नहीं करने का समझौता है। ऐसा कोई भी देश नहीं है जिसके साथ अमेरिका ने जासूसी नहीं करने का समझौता किया है। अन्य देशों की तरह हमारा भी खुफिया तंत्र है। सभी प्रकार के देशों के साथ अमेरिका की साझेदारी है। हम निजता के अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी वचनबद्धता को और दृढ़ करने को फ्रांस की सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। हम सिर्फ अमेरिकियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के निजता के अधिकार की रक्षा के प्रति वचनबद्ध हैं।' अमेरिका द्वारा अपने नेताओं की जासूसी किए जाने का रहस्योद्घाटन होने के बाद अमेरिका के सहयोगी देशों द्वारा ओबामा प्रशासन की आलोचना की गई है।
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ओलांद ने कहा, 'एडवर्ड स्नोडेन द्वारा किए गए रहस्योद्घाटन के बाद फ्रांस और अमेरिका ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। इसके बाद हमने सहयोग के लिए प्रयास किया। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। लेकिन हम कई सिद्धांतों का भी पालन करना चाहते हैं। आपसी विश्वास फिर से बहाल हो गया है। आपसी विश्वास एक दूसरे के देश के सम्मान के आधार पर होना चाहिए। तकनीकी में प्रगति के बाद भी प्रत्येक व्यक्ति को इस बात के प्रति आश्वस्त होना चाहिए कि उसकी जासूसी नहीं हो रही है।'
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