10 बड़ी बातें: संबोधन में पाक का जिक्र तक नहीं किया मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कई अहम बातें कहीं, लेकिन पाकिस्तान का जिक्र तक नहीं किया। अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के यहां पहुंचने से पहले ही पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दा उठा दिया है। खुद शरीफ ने भी कहा है कि भारत और पाकिस्तान के
न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कई अहम बातें कहीं, लेकिन पाकिस्तान का जिक्र तक नहीं किया। अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के यहां पहुंचने से पहले ही पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दा उठा दिया है। खुद शरीफ ने भी कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर सबसे बड़ा मुद्दा है।अब सभी की नजरें रविवार को होने वाले नवाज शरीफ के संबोधन पर है। भारत को आशंका है कि पड़ोसी देश एक बार फिर कश्मीर राग छेड़ सकता है। बहरहाल, एक नजर संयुक्त राष्ट्र महासभा में कही गई मोदी की दस बड़ी बातों पर -
- संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता के लिए बदलाव जरूरी है। बदलाव की सुरक्षा परिषद समेत संयुक्त राष्ट्र के तमाम अंगों में जरूरत है।
- न्यायपूर्ण व्यवस्था और सतत विकास के लिए दुनिया भर से गरीबी हटाना जरूरी है।
- भारत गरीबी खत्म करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। भारत में गरीबों के लिए 18 करोड़ बैंक अकाउंट खोले हैं।
- भारत ने विकास का जो मार्ग चुना है उसमें और संयुक्त राष्ट्र के मार्ग में समानता है।
- समूचा विश्व एक दूसरे से जुड़ा हुआ है, एक दूसरे पर निर्भर है और एक दूसरे से संबंधित है। इसलिए हमारी अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को भी पूरी मानवता के कल्याण को अपने केंद्र में रखना होगा। सुरक्षा परिषद समेत संयुक्त राष्ट्र में भी सुधार अनिवार्य हैं।
- क्लाइमेट चेंज के साथ ही क्लाइमेट जस्टिस की बात भी होनी चाहिए ताकि पर्यावरण को लेकर एक संकल्प का भाव पैदा हो।
- गरीबी को खत्म करना, महिलाओं को अधिकृत करना और जलवायु परिवर्तन से निपटना सभी देशों का सर्वोच्च लक्ष्य होना चाहिए।
- जब से हमने आजादी हासिल की है हम गरीबी को खत्म करने में लगे हैं। शिक्षा और क्षमता के विकास हमारी प्रथामिकताएं हैं।
- दीनदयाल उपाध्याय का लक्ष्य अंत्योदय रहा है, मैं ब्ल्यू रिवॉल्यूशन का पक्षधर रहा हूं। हमने भारत में गरीब लोगों के लिए पेंशन और बीमा की व्यवस्था की।
- यह धरती हमारी माता है, हम इसके पुत्र हैं। हम उस संस्कृति से आते हैं, जहां धरती को मां कहते हैं।
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