द. कोरिया की अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ आरोप तय
सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने 65 वर्षीय पार्क को राष्ट्रपति पद से हटाने का फैसला दस मार्च को सुनाया था।
सियोल, एएफपी : सत्ता के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार मामलों में कुर्सी गंवाने वालीं दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून हेई पर सोमवार को आरोप तय कर दिए गए। उन पर करोड़ों डॉलर के भ्रष्टाचार मामले में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने 65 वर्षीय पार्क को राष्ट्रपति पद से हटाने का फैसला दस मार्च को सुनाया था। इसके पहले संसद में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गया था। वह इस समय हिरासत में हैं। अभियोजकों ने बताया, 'हमने पार्क पर औपचारिक तौर पर आरोप तय कर दिए हैं। उन पर सत्ता के दुरुपयोग, रिश्वत और गोपनीय जानकारी को लीक करने समेत कई अपराधों में आरोप तय किए हैं।'
इस मामले के केंद्र में पार्क की विश्वस्त सहेली चोई सुन सिल हैं। वह कई शीर्ष कंपनियों से गैर लाभकारी संगठनों के लिए करोड़ों डॉलर का चंदा लेने के मामले का सामना कर रही हैं। पार्क पर सैमसंग के उत्तराधिकारी ली जोय यंग समेत कई शीर्ष उद्यामियों के हित में नीति बनाने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में ली पहले ही गिरफ्तार हैं और रिश्वत मामले का सामना कर रहे हैं।
लोट्टे कंपनी के अध्यक्ष भी फंसे
दक्षिण कोरियाई कंपनी लोट्टे के अध्यक्ष शिन डोंग-बिन भी भ्रष्टाचार मामले में फंस गए हैं। अभियोजकों ने उन पर पूर्व राष्ट्रपति पार्क और उनकी सहेली को 60 लाख डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
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