तीस्ता और सीमा विवाद को सुलझाएगा भारत
ढाका। भारत ने बांग्लादेश को भरोसा दिलाया है कि तीस्ता जल बंटवारा और भूमि सीमा समझौते [एलबीए] पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए भारत द्वारा टूरिस्ट वीजा नियमों में ढील के फैसले से भी अवगत कराया। तीस्ता और भूमि सीमा समझौते को लेकर सुषमा का कहना था कि भारत इन मुद्दों के महत्व को समझता है। हम यह दोनों समझौते भारत और बांग्लादेश की जनता के हितों को सुरक्षित रखते हुए करेंगे।
ढाका। भारत ने बांग्लादेश को भरोसा दिलाया है कि तीस्ता जल बंटवारा और भूमि सीमा समझौते [एलबीए] पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए भारत द्वारा टूरिस्ट वीजा नियमों में ढील के फैसले से भी अवगत कराया। तीस्ता और भूमि सीमा समझौते को लेकर सुषमा का कहना था कि भारत इन मुद्दों के महत्व को समझता है। हम यह दोनों समझौते भारत और बांग्लादेश की जनता के हितों को सुरक्षित रखते हुए करेंगे।
बुधवार रात ढाका पहुंची सुषमा ने गुरुवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री अबुल हसन मुहम्मद अली से मुलाकात की। उन्होंने बांग्लादेशी राष्ट्रपति अब्दुल हामिद से मुलाकात कर द्विपक्षीय रिश्तों पर चर्चा की। हामिद ने स्वराज से कहा कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनकी शुभकामनाएं दें।
सुषमा ने पड़ोसी मुल्कों के साथ विदेश नीति पर भारत की नई सरकार के रुख को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी मुल्कों की सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के लिए सक्रिय रहेगा। स्वराज ने बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड स्ट्रेटजिक स्टडीज को संबोधित करते हुए कहा, दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन की जरूरत महसूस की जाती रही है। इसलिए एलबीए के लिए भारत सरकार गंभीर है।
एलबीए पर बांग्लादेशी विदेश मंत्री को स्वराज ने बताया कि यह मुद्दा संसदीय समिति के पास है। त्रिपुरा के पलातना पावर प्रोजेक्ट से बांग्लादेश को अतिरिक्त 100 मेगावाट बिजली देने की घोषणा भी भारतीय विदेश मंत्री ने की। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में विभिन्न प्राजेक्ट के लिए 60 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की गई।
बांग्लादेशी विदेश मंत्री के साथ हुई वार्ता में स्वराज ने उल्फा नेता अनूप चेतिया समेत एक-दूसरे की जेलों में बंद अपराधियों के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर भी चर्चा की। इस दौरान बांग्लादेश में सात लोगों की हत्या के आरोपी नूर हसन के प्रत्यर्पण की मांग भी ढाका ने उठाई।
बांग्लादेशी नागरिकों को टूरिस्ट वीजा पर सुषमा ने कहा कि भारत सरकार ने 13 साल से कम और 65 साल से अधिक उम्र वाले नागरिकों के लिए कुछ ढील देने का फैसला किया है। अब प्रवेश वीजा एक साल के बजाय पांच साल के लिए मान्य रहेगा।
स्वराज ने विदेश यात्रा के पहले पड़ाव के रूप में बांग्लादेश को चुनकर इस पड़ोसी देश को अच्छा संकेत दिया है। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, मैं भारत की नई सरकार की ओर से दोस्ती का हाथ बढ़ाने आई हूं। दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दे अनसुलझे हैं। मगर मैं आपको भरोसा दिलाती हूं कि भारत सरकार समय रहते इनका हल निकाल लेगी। बांग्लादेश के नेतृत्व ने भी स्वराज को भरोसा दिलाया कि उनकी जमीन का इस्तेमाल आतंकी नहीं कर पाएंगे।