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सशक्त भारत विश्व शांति के हित में: अमेरिका

भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अति महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है और यह जितना सशक्त होगा, उतना विश्व शांति के लिए हितकारी होगा। ये बातें ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए यहां हो रही भव्य स्वागत की तैयारियों के बीच कहीं। अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री(पॉलिटिकल मिलिट्री अफेयर्स) पुनीत तलवार ने बातचीत में कहा कि व्यापक एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत व अमेरिका के विचारों में स्वाभाविक साम्य रहा है। तलवार के

By Edited By: Published: Tue, 02 Sep 2014 03:18 PM (IST)Updated: Tue, 02 Sep 2014 03:26 PM (IST)
सशक्त भारत विश्व शांति के हित में: अमेरिका

वाशिंगटन। भारत की भूमिका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी महत्वपूर्ण साबित होने जा रही है। यह जितना सशक्त होगा, विश्व शांति के लिए उतना ही हितकारी होगा। ये बातें ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए यहां हो रही भव्य स्वागत की तैयारियों के बीच कहीं।

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अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री पुनीत तलवार ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत व अमेरिका के विचारों में स्वाभाविक साम्य रहा है। तलवार के अनुसार भारत अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में तो अहम होगा ही, एशिया महादेश में भी उसकी दमदार मौजूदगी होगी। तलवार ने कहा कि भारत जितना शक्तिशाली होगा, आर्थिक रूप से सुदृढ़ होगा, विश्व शांति व समृद्धि के लिए उतना ही फायदेमंद होगा। अमेरिका भी यही चाहता है। उन्होंने कहा कि हम भारत को विश्व में स्थिरकारक व अहम जिम्मेदारियों के निर्वहनकर्ता की भूमिका में देख रहे हैं। भारत अपने दम पर लगातार आगे बढ़ता रहेगा।

विदेश व रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत की लुक ईस्ट पॉलिसी (पूर्व की ओर देखो) व अमेरिका के एशिया-पैसेफिक रि बैलेंस (एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पुनर्सतुलन) में स्वाभाविक एकरूपता है। भारत अपनी भूमिका बखूबी निभा रहा है। यह हमारी नजर में काफी सकारात्मक है। यह नुकसान नहीं कर सकता है। यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, सुरक्षा, शांति व समृद्धि के लिए भी अच्छा है।

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने कैबिनेट के तीन मंत्रियों की राय को निजी तौर पर जानने के बाद व्हाइट हाउस में नरेन्द्र मोदी के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं। इससे दुनिया के दो सबसे बड़े व पुराने लोकतांत्रिक देशों के संबंध में नये चरण की शुरुआत होने की उम्मीद है। रणनीतिक संबंध, रक्षा सहयोग व व्यापार, अगले चरण के संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभ होंगे। यह ओबामा द्वारा नरेन्द्र मोदी के 100 दिनों के कार्यकाल के दौरान अपने तीन मंत्रियों विदेश मंत्री (सेकेट्री ऑफ स्टेट) जॉन कैरी, रक्षा मंत्री (डिफेंस सेकेट्री) चक हैगेल व वाणिज्य मंत्री (कॉमर्स सेकेट्री) पेनी प्रिटजेकर को भारत भेजे जाने से भी परिलक्षित हुआ है। यह शायद पहली बार हुआ है कि अमेरिका का कोई रक्षा मंत्री किसी भारतीय सरकार के इतने प्रारंभिक काल में भारत दौरे पर आया हो।

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