जेल जाने वाली दक्षिण कोरिया की चौथी राष्ट्रपति हैं पार्क, कोर्ट में पेश होने का आदेश
पार्क हे को कोर्ट ने मंगलवार सुबह 9:30 बजे कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। वह ऐसी चौथी राष्ट्रपति हैं जो भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरकर जेल जा चुकी हैं।
सिओल (एएफपी)। पार्क ग्यून हे भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाली दक्षिण कोरिया की चौथी राष्ट्रपति हैं। इनसे पूर्व रोह टे वू और चुन डू ह्वान घूस लेने के आरोपों में जेल जा चुके हैं। वहीं रोह मू ह्यून ने अदालत का सामना करने के डर से वर्ष 2009 में एक इमारत से कूद कर अपनी जान दे दी थी। पार्क पर भी सैमसंग कंपनी के शीर्ष अधिकारी को घूस देने का आरोप होगा। देश की शीर्ष अदालत ने एक भ्रष्टाचार के मामले मेंं पार्क के ऊपर महाभियोग चलाने की पिछले सप्ताह पुष्टि की थी। इसके बाद ही उन्हें पद से हटाया गया था।
इस मामले में कोर्ट ने पार्क को मंगलवार को सवालों का जवाब देने के लिए कोर्ट में पेश हाेने का आदेश दिया है। प्रवक्ता के मुताबिक कोर्ट की तरफ से पार्क के वकील को यह आदेश भेज दिया गया है। इसमें पार्क को मंगलवार सुबह 9:30 बजे कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी पार्क इससे पहले कई बार कोर्ट के इस तरह के आदेशों को दरकिनार कर कोर्ट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने से बचती रही हैं। इसके बाद कोर्ट ने मामले में सख्ती बरतते हुए उन्हें पद से हटाते हुए महाभियोग चलाने की पुष्टि की थी। इसके बाद उन्हें राष्ट्रपति निवास को छोड़ना पड़ा था। पार्क के वकील का कहना है कि वह इस मामले में जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रही हैं।
गुन हे दक्षिण कोरिया की ऐसी पहली लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राष्ट्रपति हैं, जिन्हें हटाया गया है। अदालत ने इस मामले में कहा कि पार्क गुन हे ने कई सरकारी दस्तावेज लीक किए और चोई को सरकारी काम में दखल देने की इजाजत देकर कानून का उल्लंघन किया। गुन हे पर यह भी आरोप है कि चोई ने अपने संबंधों का फायदा उठाते हुए कई बड़ी कंपनियों से वित्तीय लाभ हासिल किए। इन पर भी कई अहम सूचनाएं लीक होने के आरोप है। चोई पर यह भी आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रपति से संबंधों का फायदा उठाकर कंपनियों पर दबाव बनाया और लाखों डॉलर की रकम रिश्वत के रूप में ली। आरोप हैं कि इसमें पार्क भी शामिल थीं।
शीर्ष कोर्ट से हटाई गईं भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति