चीनी युवाओं का धर्मांतरण करा रहीं दक्षिण कोरियाई मिशनरियां
मुस्लिम देशों में धर्मांतरण के लिए हो रहा चीनी लोगों का इस्तेमाल..
बीजिंग, प्रेट्र। चीनी मीडिया का आरोप है कि दक्षिण कोरियाई ईसाई मिशनरियां चीनी युवाओं का धर्मातरण करा रही हैं। इन युवाओं का इस्तेमाल मुस्लिम देशों में धर्मातरण कराने में किया जा रहा है। मारे गए दो चीनी नागरिकों के धर्मातरण में लिप्त होने के पाकिस्तानी दावे के एक दिन बाद चीनी मीडिया में यह दावा किया गया है।
पाकिस्तान में चीन के ली जिंगयांग (24) और मेंग लिसी (26) को क्वेटा के जिन्ना कस्बे से 24 मई को अगवा कर लिया गया था। दोनों की बाद में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकियों ने हत्या कर दी थी। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इस मामले में पाकिस्तानी गृह मंत्री चौधरी निसार के बयान का खास तौर पर उल्लेख किया है। निसार ने कहा था कि दोनों चीनी नागरिकों को बीजिंग स्थित पाकिस्तानी दूतावास से बिजनेस वीजा मिला था, लेकिन दोनों यहां धर्मातरण के काम में लगे थे। इस बात के सामने आने के बाद दोनों देशों में तनातनी दिख रही थी। संपादकीय आलेख ने इस तनातनी को कम करने का प्रयास किया है।
अखबार के संपादकीय में कहा गया कि आतंकी संगठन का यह कृत्य चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को निशाना बनाकर नहीं किया गया है। दोनों नागरिकों का इस परियोजना से कोई संबंध नहीं था। संभवत: यह घटना आइएस और दक्षिण कोरियाई मिशनरियों के बीच के टकराव का नतीजा है। चीन-पाकिस्तान की दोस्ती आदर्श है। चीन सीपीईसी परियोजना की शानदार तरीके से सुरक्षा कर रहा है। ताजा घटनाक्रम से दोनों देशों को सबक लेने की जरूरत है।