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    पाकिस्तानी अखबार ने शिवसेना को बताया 'बेलगाम दानव'

    By Sachin BajpaiEdited By:
    Updated: Tue, 20 Oct 2015 02:03 PM (IST)

    पाकिस्तान के एक दैनिक अखबार ने शिवसेना की तीखी आलोचना की है। अखबार ने लिखा है कि शिवसेना 'दानव' की तरह है और बेलगाम होती जा रही है। भारत से अपील करते हुए लिखा गया है कि वह इसके खिलाफ कार्रवाई करे।

    इस्लामाबाद । पाकिस्तान के एक दैनिक अखबार ने शिवसेना की तीखी आलोचना की है। अखबार ने लिखा है कि शिवसेना 'दानव' की तरह है और बेलगाम होती जा रही है। भारत से अपील करते हुए लिखा गया है कि वह इसके खिलाफ कार्रवाई करे।

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    मंगलवार को न्यूज इंटरनेश्नल अखबार में "शिवसेना मैडनेस" शीर्षक से लिखे गए संपादकीय में कहा कि शिवसेना चरमपंथी समूह है जो खतरनाक दैत्य की तरह बर्ताव कर रही है और अब इसे नियंत्रित करना कठिन हो गया है। मुंबई में बीते एक सप्ताह में हुए घटनाओं की बात करते हुए कहा गया कि "इन हमलों का मुख्य उद्देश्य दिखाता है कि जो भी उनकी हिंदू चरमपंथी विचारधारा के खिलाफ जाएगा उसका यही हश्र होगा। साथ ही अखबार ने लिखा कि हमले में मुख्य तौर पर पाकिस्तान और पाकिस्तानी नागरिक उनके मुख्य निशाने पर हैं"।

    अखबार ने जिक्र किया कि हाल ही की घटना में पाकिस्तानी अंपायर अलीम दार को शिवसेना ने भारत छोड़ने की धमकी दी है।गौरतलब है कि दार भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही घरेलू श्रंखला में अंपायरिंग कर रहे हैं। शिवसेना द्वारा हाल ही में बीसीसीआइ दफ्तर में घुसकर पीसीबी से वार्ता रद करने के लिए बोर्ड अध्यक्ष शशांक मनोहर का घेराव किया गया था।विरोध के बाद मुंबई में होने वाली इस बैठक को रद कर दिया गया। अब यह बैठक दिल्ली में होगी।

    दूसरी तरफ दिल्ली में हुई घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि बीफ मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के विधायक इंजीनियर राशिद पर काली स्याही फेंकी गई। विधानसभा में भाजपा द्वारा विधायक राशिद की पिटाई के मामले का उल्लेख करते हुए संपादकीय में लिखा कि यह घटनाएं दर्शाती हैं कि "शिवसेना नियंत्रण के बाहर होती जा रही है"।

    बीते कुछ महीनों से ऐसी घटनाएं लगातार हो रही है, ये सही है कि पार्टी पहले भी ऐसा करती थी लेकिन वर्तमान समय में यही पूरी ताकत के साथ हिंसात्मक प्रदर्शन कर रही है। संपादकीय में लिखा गया कि "शिवसेना की इन हरकतों का सबसे बड़ा कारण भाजपा की सहयोगी पार्टी होना है"। अखबार ने लिखा कि "नई दिल्ली के लिए अपनी छवि का ध्यान रखते हुए कार्रवाई करना जरूरी हो गया है"। चिंता जाहिर करते हुए पाकिस्तानी दैनिक ने लिखा कि "पहले से ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, आने वाले समय में इसे कैसे भरा जाएगा, यह कहना कठिन है"।