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सार्क में नमो से वार्ता को नवाज बेकरार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के साथ बातचीत के लिए बेकरार दिखाई दे रहे हैं, लेकिन भारत की ओर से दिलचस्पी न दिखाने से वार्ता पर संशय कायम है। शरीफ ने कहा है कि उनका देश भारत से बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इस संबंध में पहल दिल्ली

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 06:29 PM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 07:26 AM (IST)

काठमांडू। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के साथ बातचीत के लिए बेकरार दिखाई दे रहे हैं, लेकिन भारत की ओर से दिलचस्पी न दिखाने से वार्ता पर संशय कायम है। शरीफ ने कहा है कि उनका देश भारत से बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इस संबंध में पहल दिल्ली को करनी होगी। शरीफ के बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत हमेशा से अर्थपूर्ण बातचीत का पक्षधर रहा है और इसे सुनिश्चित करना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है।

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दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए काठमांडू पहुंचे शरीफ ने मंगलवार को कहा कि कहा कि भारत ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद करने का एकतरफा फैसला किया था। गेंद अब भारत के पाले में है। हालांकि भारतीय पक्ष ने दोनों नेताओं की संभावित मुलाकात को लेकर चुप्पी साध रखी है। नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यात्रा कार्यक्रम में शरीफ से मुलाकात का कोई जिक्र नहीं किया गया है। हालांकि अन्य नेताओं के साथ मोदी की भेंट का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि कम से कम दो मौकों पर मोदी और नवाज शरीफ साथ मौजूद रहेंगे।

सुषमा-अजीज ने हाथ मिलाया

दक्षेस विदेश मंत्रियों की बैठक में मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और बातचीत भी की। दक्षेस विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान सुषमा और अजीज की संक्षिप्त मुलाकात हुई। बाद में पत्रकारों से बातचीत में स्वराज ने कहा, 'जब किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर मंत्री एक दूसरे से मिलते हैं तो वे परस्पर बधाई देते हैं।' इस बीच नेपाल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान सुषमा और अजीज ने अपने भाषणों में एक दूसरे को संबोधित किया। इस अधिकारी ने दावा किया कि बुधवार को मोदी-शरीफ की मुलाकात हो सकती है।

पाकिस्तान ने डाला अड़ंगा

दक्षेस शिखर सम्मेलन के दौरान मोटर वाहन संधि सहित बेहतर क्षेत्रीय संपर्क के लिए प्रस्तावित समझौते पर दस्तखत की संभावना कम ही दिखाई दे रही है। पाकिस्तान ने इस समझौते में यह कहकर अड़ंगा डालना शुरू कर दिया है कि उसे कुछ आंतरिक प्रक्रियाओं को पूरा करना है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि अब तक कई बार हुई वार्ता के दौरान किसी ने इसका विरोध नहीं किया, लेकिन अब एक देश की ओर से विरोध किया जा रहा है।

18वां दक्षेस सम्मेलन आज से

दक्षेस की 18वीं शिखर बैठक 26-27 को काठमांडू में होगी। इसमें सदस्य देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा, परिवहन व्यवस्था सुधारने, व्यापार बढ़ाने जैसे अहम मसलों पर चर्चा होगी। दक्षेस के सदस्य देशों में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान शामिल हैं।

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