विवादों पर आम राय बनाने की ओर भारत-चीन
चीन ने कहा है कि वह भारत के साथ मिलकर विवादित मुद्दों पर आम राय बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए दोनों देशों का नेतृत्व वार्ता के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है।
बीजिंग। चीन ने कहा है कि वह भारत के साथ मिलकर विवादित मुद्दों पर आम राय बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए दोनों देशों का नेतृत्व वार्ता के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारतीय विदेश सचिव सुजाता सिंह से मुलाकात के दौरान कहा कि दोनों देश न केवल उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं बल्कि वे बड़े विकासशील राष्ट्र भी हैं। इसलिए हमने शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के पांच सिद्धांतों पर आधारित दोस्ती और सहयोग का रास्ता चुना है। नई दिल्ली और बीजिंग के बीच छठवें दौर की रणनीतिक वार्ता के बाद सुजाता सोमवार रात यी से मिलने पहुंची थीं। यी ने कहा कि 2014 को भारत-चीन के बीच दोस्ताना आदान-प्रदान और भारतीय आम चुनाव के वर्ष के रूप में जाना जाएगा। यदि दोनों देशों के संबंध सुधरेंगे तो यह सामूहिक हित की बात होगी। हमें सिल्क रोड आर्थिक कॉरीडोर, समुद्री सिल्क रोड और बांग्लादेश-चीन-इंडिया-म्यांमार [बीसीआइएम] कॉरीडोर को भी तेजी से बढ़ावा देना चाहिए। इससे न केवल संचार बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर आपसी सहयोग भी बढ़ेगा।
चीन ने पुराने जमाने की सिल्क रोड के नाम पर कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इसमें भारत समेत कई देशों को शामिल होने का आह्वान भी किया गया है। सुजाता ने यी से कहा कि भारत चीन के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बहुत महत्वपूर्ण मानता है। हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय यात्राओं समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़े। उप विदेश मंत्री लियू झेमिन के साथ हुई रणनीतिक वार्ता पर मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। चीन भारत को एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में देखता है। हम चाहते हैं कि आगे भी दोनों देश वार्ताओं के ऐसे दौर जारी रखें। हमने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद बनने वाले हालातों पर भी चर्चा की। चीन को पूरी उम्मीद है कि अफगानिस्तान के नए राष्ट्रपति शांति, एकता और समृद्धता को ध्यान में रखकर कदम उठाएंगे।
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