धरती पर होने वाली बारिश को प्रभावित करता है चंद्रमा का घटता और बढ़ता आकार
धरती पर होने वाली बारिश चंद्रमा के घटते और बढ़ते आकार से प्रभावित होती है। यह बात एक शोध से निकलकर सामने आई है। इस शोध में बताया गया है कि बारिश वातावरण में मौजूद नमी से भी प्रभावित होती है।
वाशिंगटन। चंद्रमा के बदलते आकार का प्रभाव पृथ्वी पर होने वाली बारिश पर पड़ता है। यह बात एक नए शोध के सामने आई है। हालांकि वैज्ञानिक इस शोध के प्रथम चरण पर ही हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक जब चांद में चमकता है तब वह पृथ्वी के वातावरण में काफी बदलाव उत्पन्न होते हैं। यही बदलाव बाद में पृथ्वी पर होने वाली वर्षा को प्रभावित करते हैं।
शोधकर्ता तसूबासा कोहयामा के मुताबिक पहली बार शोध के द्वारा यह बात सामने आई है कि धरती पर होने वाली बारिश और चांद की वजह से समुद्र में आए ज्वार भाटा का आपस में गहरा संबंध है। इससे पहले हुई रिसर्च में यह बताया गया था कि सतह पर मौजूद एयर प्रेशर के बदलाव का संबंध भी चंद्रमा के आकार से है। जिस वक्त चांद सिर के ठीक ऊपर होता है उस वक्त यह एयर प्रेशर सबसे अधिक होता है। इसके अलावा चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण भी धरती पर होने वाली वर्षा को प्रभावित करता है।
प्रेशर के बढ़ने से एयर पार्सल के तापमान में भी वृद्धि होती है। हम यह भी जानते हैं कि गर्म हवा में नमी की मात्रा अधिक होती है। कोहयामा के मुताबिक यह कुछ ऐसा ही है जैसे किसी कंटेनर में अधिक दवाब दिया जाए। शोधकर्ता के मुताबिक वातावरण में मौजूद नमी से भी धरती पर होने वाली वर्षा प्रभावित होती है। इसकी वजह है कि यदि वातावरण में आर्दता की मात्रा कम होगी तो यह वर्षा पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। शोधकर्ता ने इसके लिए पंद्रह वर्षों के नासा के आंकड़े का भी इस्तेमाल किया है। यह आंकड़े जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने वर्ष 1998-2012 के दौरान एकत्रित किए हैं।
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