Move to Jagran APP

युद्ध छिड़ने संबंधी शरीफ की खबर पर पाकिस्तानी अखबार कायम

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ चौथा युद्ध छिड़ने की बात कहे जाने का उनके कार्यालय द्वारा भले ही खंडन किया गया हो, लेकिन एक प्रमुख पाकिस्तानी अखबार इससे संबंधित अपनी खबर पर कायम है।

By Edited By: Published: Thu, 05 Dec 2013 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2013 10:22 PM (IST)

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ चौथा युद्ध छिड़ने की बात कहे जाने का उनके कार्यालय ने भले ही खंडन किया हो, लेकिन पाकिस्तानी अखबार अपनी संबंधित इस खबर पर कायम है।

loksabha election banner

अखबार ने गुरुवार को कहा कि शरीफ द्वारा कही गई बात पाक अधिकृत कश्मीर में मुजफ्फराबाद में सूचना विभाग द्वारा जारी बयान का हिस्सा है।

पढ़ें: मोदी से पाकिस्तान भी घबराया, छेड़ा नई सरकार से वार्ता का राग

पाक अधिकृत कश्मीर में मंगलवार को आजाद जम्मू एंड कश्मीर काउंसिल के बजट सत्र में शरीफ के संबोधन के हवाले से डॉन अखबार ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों परमाणु शक्ति वाले राष्ट्रों के बीच कभी भी चौथा युद्ध छिड़ सकता है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के मुताबिक भारतीय कश्मीर की आजादी उनका सपना है और उन्हें उम्मीद है कि उनके जीवनकाल में यह सपना साकार होगा। इस बयान पर भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा करारा जवाब दिए जाने के बाद पाकिस्तान के तेवर नरम पड़ गए हैं। उसने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से कश्मीर मुद्दे का हल निकाला जाना चाहिए। पाकिस्तान का कहना है कि दोनों देशों को अविश्वास खत्म करने के लिए काम करना चाहिए। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सियाचिन ग्लेशियर से सेना हटाई जानी चाहिए। हमारा मानना है कि बातचीत कर शांतिपूर्ण तरीके से कश्मीर मुद्दे का हल निकाला जाना चाहिए। हमने भारत सरकार से हमेशा आग्रह किया है कि वह पाकिस्तान के साथ सार्थक बातचीत करे। हमारा विचार है कि इसमें कश्मीरी नेताओं को भी शामिल किया जाना चाहिए।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.