चिनफिंग के लिए 'भाई' के घर जाने जैसा पाक दौरा
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को होने जा रहे अपने पाकिस्तान दौरे को 'अपने भाई' के घर जाने जैसा बताया है। साथ ही चिनफिंग ने मित्र देश पाकिस्तान के साथ विभिन्न मोर्चो पर रणनीतिक संबंधों को और मजबूती देने का संकल्प जताया है।
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को होने जा रहे अपने पाकिस्तान दौरे को 'अपने भाई' के घर जाने जैसा बताया है। साथ ही चिनफिंग ने मित्र देश पाकिस्तान के साथ विभिन्न मोर्चो पर रणनीतिक संबंधों को और मजबूती देने का संकल्प जताया है। इनमें 46 अरब डॉलर की द्विपक्षीय आर्थिक कॉरीडोर परियोजना पर आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता भी शामिल है।
दौरे से पहले पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित चिनफिंग के लेख में उन्होंने कहा, 'यह मेरा पहला पाकिस्तान दौरा है, लेकिन मुझे लगता है कि मैं अपने ही भाई के घर जा रहा हूं। इस दौरे में मैं द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी नेताओं के साथ मिलकर प्रगति की संभावनाएं तलाशूंगा।' इस साल शिनफिंग का यह पहला विदेश दौरा है।
चीनी राष्ट्रपति सोमवार को पाकिस्तान पहुंचेंगे और मंगलवार को इंडोनेशिया के बांडुंग में आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना होंगे। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि चिनफिंग पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से आधिकारिक वार्ता करेंगे। इसके बाद वह पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुख से मुलाकात करेंगे और संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। दोनों देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरीडोर के तहत आधारभूत संरचना, ऊर्जा और संचार क्षेत्र की विभिन्न विकास परियोजनाओं को लेकर समझौते करेंगे।
लड़ाकू विमानों के सुरक्षा घेरे में इस्लामाबाद पहुंचेंगे चिनफिंग
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने चिनफिंग के दौरे में उन्हें अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम मुहैया कराने की तैयारी की है। इस दौरे में चिनफिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी पाक सेना संभालेगी। चिनफिंग का विमान पाक वायुक्षेत्र में प्रवेश करने पर उसे आठ जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमानों के घेरे में लाया जाएगा। इन विमानों को पाकिस्तान और चीन ने मिलकर विकसित किया है।
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि चिनफिंग की फुलप्रूफ सुरक्षा के लिए व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की गई है। पिछले साल सितंबर में सुरक्षा चिंताओं के चलते उनका दौरा रद किया गया था। अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सेना और इसकी खुफिया एजेंसियां संभालेंगी। दौरे से संबंधित इलाकों वाले रेड जोन पर इन्हीं सुरक्षा एजेंसियों का नियंत्रण रहेगा। इस रेड जोन में कई अहम इमारतें और दफ्तर मौजूद हैं। रेड जोन के बाहरी दायरे में पुलिस सुरक्षा जिम्मेदारी संभालेगी। इस्लामाबाद में दौरे के लिए निर्धारित मार्गो सहित पूरे शहर में 1,000 से अधिक पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे।
50 अरब डॉलर के निवेश और समझौतों की उम्मीद
पाकिस्तान को चीनी राष्ट्रपति के इस दौरे में रक्षा समझौतों सहित करीब 50 अरब डॉलर के निवेश समझौते होने की उम्मीद है। नकदी की कमी से जूझ रही अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए पाकिस्तान इन निवेश समझौतों का शिद्दत से इंतजार कर रहा है, वहीं चीन को इससे भारत के पड़ोसी देश में अपनी पकड़ बढ़ाने में मदद मिलेगी।