आर्थिक गलियारे पर पाकिस्तान में उठने लगे सवाल
सीपीईसी को लेकर अब पाकिस्तान में चीन की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं। सांसदों को संदेह है कि चीन इसका इस्तेमाल भारत के साथ व्यापार बढ़ाने में कर सकता है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। अरबों रुपये के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को लेकर अब पाकिस्तान में चीन की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं। सांसदों को संदेह है कि चीन इसका इस्तेमाल भारत के साथ व्यापार बढ़ाने में कर सकता है।
'डॉन' के मुताबिक योजना और विकास मामले की सीनेट की स्थायी समिति की बैठक में सवाल उठाए गए हैं। सांसदों का मानना है कि चीन व्यापार के नए रास्ते तलाशने के लिए सीपीईसी में बड़ा निवेश कर रहा है। इसके जरिये पड़ोसी देश भारत के अलावा मध्य एशियाई और यूरोपीय देशों के साथ व्यापार किया जा सकेगा।
दरअसल, समिति के सदस्य ने कहा कि सीपीईसी के पूरी तरह अमल में आने से मुनाबाओ और अमृतसर के बीच रेल और रोड संपर्क दुरुस्त होगा। समिति के अध्यक्ष सैय्यद ताहिर हुसैन मशहादी ने कहा कि हर निवेशक अपना हित पहले देखता है। ऐसे में चीन इस गलियारे का प्रयोग निश्चित तौर पर भारत के साथ व्यापार को बढ़ाने में करेगा। उन्होंने भारत और चीन के बीच व्यापार को सौ अरब डॉलर तक पहुंचाने को लेकर हाल में हुए समझौते का हवाला भी दिया।
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