नेपाल में भूकंप से तबाह हुई करीब ढ़ाई लाख इमारतें
नेपाल में 25 अप्रेल को आए भीषण भूकंप में कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक इस भूकंप से करीब 6300 लोगों की मौत होने और करी ...और पढ़ें

काठमांडू। नेपाल में 25 अप्रेल को आए भीषण भूकंप में कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक इस भूकंप से करीब 6300 लोगों की मौत होने और करीब 14000 लोगों के घायल होने की पुष्टि की जा चुकी है। आठ दशकों के सबसे शक्तिशाली भूकंप में करीब 1,38,182 घर पूरी तरह से धराशायी हो चुके हैं। जबकि करीब 1,22,694 घरों को नुकसान पहुंचा है। इस भूकंप में करीब 10,394 सरकारी इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं जबकि 13,000 इमारतों को नुकसान पहुंचा है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार इस भूकंप से करीब 80 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जिनमें लगभग 1,26,000 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
सरकार ने भूकंप में मारे गए लोगों के परिजनों को एक लाख का मुआवजा देने का फैसला किया है। वहीं घायलों को 25000 रुपये का मुआवजा देने का फैसला सरकार ने लिया है। इस भूकंप में जिन घरों को कम नुकसान पहुंचा है उन्हें 25 हजार का मुआवजा और भूकंप में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार के लिए चालीस हजार रुपये का मुआवजा देने का फैसला सरकार ने लिया है। शुक्रवार को भी नेपाल के कुछ इलाकों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं।
भूकंप से प्रभावित नेपाल में मौत के सन्नाटे के बीच कहीं कहीं पर नवजात शिशुओं की किलकारियां भी सुनने को मिल रही हैं। पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे राहत शिविर में आज एक बच्चे का जन्म हुआ। उसका नाम लाहौर रखा गया है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने मां-बेटे के स्वस्थ होने की जानकारी दी है। ऐसा बताया जा रहा है कि काठमांडू के निकट भक्तपुर में स्थापित सेना के अस्पताल में इस बच्चे का जन्म हुआ। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि नवजात शिशु का नाम पाकिस्तान के ऐतिहासिक शहर लाहौर के नाम पर रखा गया है। गौरतलब है कि भूकंप प्रभावित नेपाल में पाकिस्तान के सैन्य पैरामेडिकल्स की टीम ने पीड़ितों के उपचार के लिए नेपाल में 30 बिस्तर वाला एक फील्ड अस्पताल स्थापित किया है, वहीं इस शिशु का जन्म हुआ है। ।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।