भारतीयों के दम से कैमरन को मिले 5 और साल
इस महीने की शुरुआत में ब्रिटेन में अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रहे प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की इस सफलता के सूत्रधार भारतीय हैं। ...और पढ़ें

लंदन। इस महीने की शुरुआत में ब्रिटेन में अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रहे प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की इस सफलता के सूत्रधार भारतीय हैं। भारतीय व अन्य प्रवासी मतदाताओं के दम पर ही कंजरवेटिव पार्टी चुनावी सर्वेक्षणों को गलत साबित करते हुए दुबारा सत्ता में लौटने में सफल रही। थिंक टैंक ब्रिटिश फ्यूचर के ताजा अध्ययन से यह बात तस्वीर सामने आई है।
ब्रिटेन में करीब तीस लाख प्रवासी मतदाता हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या भारतीय मूल के मतदाताओं की है। अध्ययन के अनुसार पारंपरिक तौर पर लेबर पार्टी के समर्थक रहे प्रवासी मतदाताओं के बड़े हिस्से ने इस बार सात मई को कंजरवेटिव पार्टी के पक्ष में वोट डाले। इसके कारण पार्टी को पहली बार 10 लाख प्रवासियों का समर्थन हासिल हुआ है।
लोकप्रियता में गिरावट के बावजूद आधे से ज्यादा प्रवासी अब भी लेबर के साथ हैं। प्रवासियों का विरोध करने वाली यूके इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआइपी) भी इस वर्ग के करीब दो फीसद वोटरों का समर्थन लेने में कामयाब रही है। ब्रिटिश फ्यूचर के निदेशक सुंदर कटवाला के अनुसार डेविड कैमरन के कारण प्रवासियों का झुकाव कंजरवेटिव पार्टी की तरफ देखने को मिला है। गौरतलब है कि इस बार 10 भारतीय ब्रिटेन में चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
कुल मतदाता 4.5 करोड़
प्रवासी मतदाता 30 लाख
भारतीय मतदाता 6,15,000
किसके साथ कितने प्रवासी
पार्टी प्राप्त वोट फीसद
लेबर 16 लाख 52
कंजरवेटिव 10 लाख 33
लिबरल डेमोक्रेट 1.6 लाख 05
ग्रीन 1.5 लाख 05
यूकेआइपी 60,000 02
स्कॉटिश नेशनल पार्टी 35,000 1.2
मतदान का धार्मिक आधार
पार्टी हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई
कंजरवेटिव 49 25 49 31
लेबर 41 64 41 56
(नोट : सभी आंकड़े फीसद में हैं।)

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