चीन का हाईटेक सैटेलाइट ‘गाओफोन 3’ लॉन्च, दक्षिण चीन सागर पर रखेगा नजर
चीन ने दक्षिण चीन सागर की निगरानी के लिए हाईटैक सैटेलाइट लॉन्च किया है। इससे सागर, द्वीप, जहाज और तेल संपदा की आसानी से निगरानी की जा सकेगी।
बीजिंग, रायटर। दक्षिण चीन सागर में लगातार बढ़ती तनातनी के बीच चीन की तरफ से छोड़ा गया एक नया और अत्याधुनिक सैटेलाइट अब इस सागर में चीन के हितों की रक्षा करेगा। ये खबर गुरुवार को चीन की मीडिया ने दी।
चीन के अखबार 'द चाइना डेली' के मुताबिक, चीन ने बुधवार को रेडार से युक्त हाईटेक 'गाओफेन 3' सैटेलाइट लॉन्च किया गया है। यह सैैटेलाइट अंतरिक्ष से धरती पर एक मीटर रिजोल्युशन के साथ फोटो लेने में पूरी तरीके से सक्षम है। यह सैटेलाइट खराब मौसम में भी आसानी से काम कर सकता है।
इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने वाले शु फुजियांग के हवाले से चीन के अखबार ने बताया कि यह सैटेलाइट सागर, द्वीप, जहाजों और तेल संपदा की निगरानी में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। शु फुजियांग ने आगे कहा कि गाओफेन 3 सैटेलाइट देश की समुद्री अधिकारों और हितों की रक्षा करने में काफी कारगर साबित होगा।
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जुलाई के महीने में हेग की अंतर्राष्ट्रीय ट्रिब्यूनल ने संपदा से परिपूर्ण दक्षिण चीन सागर पर चीन के एकाधिकार के दावे को पूरी तरह से खारिज करते हुए फिलिपींस के पक्ष मे अपना फैसला सुनाया था। लेकिन, चीन ने उस फैसले को पूरी तरह से खारिज कर अपने पुराने दावे पर कायम रहने का फैसला लिया।
चीन की तरफ से दक्षिण चीन सागर के अधिकतर हिस्सों पर दावा किया जाता रहा है जिसके जरिए हर साल करीब 5 ट्रिलीयन डॉलर का समुद्री मार्ग के जरिए व्यापार होता है। वियतनाम, चीन, ताइवान दक्षिण चीन सागर के विवादित हिस्सों पर अपने-अपने दावा जताते रहे हैं जबकि फिलिपींस, मलेशिया और ब्रुनेई भी कुछ हिस्सों पर अपना दावा करते हैं।
इस हफ्ते ने समाचार एजेंसी रायटर्स ने ये खबर दी थी कि दक्षिण चीन सागर में कई द्वीपों की रक्षा के लिए वियतनाम बेहद गुप्त तरीके से अपने नए मोबाइल रॉकेट लाउंचर्स के जरिए निगरानी कर रहा है। इससे पहले, जुलाई में एक सैटेलाइट फोटो में भी इस बात का पता चला था कि चीन विवादित द्वीप में एयरक्राफ्ट हैंगर्स का निर्माण किया है।