पाक को मोदी का जवाब, यूएन में कश्मीर मुद्दा उठाना समस्या का हल नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप बनाने पर बल देते हुए कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ बातचीत के जरिये समस्याओं का समाधान करने का पक्षधर है। पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि यदि उसे भारत से बात करनी हो तो इसके लिए उपयुक्त माहौल बनाए।
संयुक्त राष्ट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप बनाने पर बल देते हुए कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ बातचीत के जरिये समस्याओं का समाधान करने का पक्षधर है। पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि यदि उसे भारत से बात करनी हो तो इसके लिए उपयुक्त माहौल बनाए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में शनिवार को ¨हदी में दिए अपने भाषण में मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को मिलकर लड़ना होगा। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद महासभा में ¨हदी में भाषण देने वाले मोदी दूसरे प्रधानमंत्री हैं। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया इस वक्त तनाव से गुजर रही है। लेकिन अब भी कुछ देश आतंकियों को समर्थन देने की नीति पर चल रहे हैं। अच्छा आतंकवाद और बुरा आतंकवाद जैसे शब्द सुनाई दे रहे हैं। आतंकवाद से लड़ाई एक सामूहिक जिम्मेदारी है। मोदी ने कहा कि हमारी नीति पाकिस्तान से दोस्ती की है। मैं पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण वातावरण में बिना आतंक के साए में द्विपक्षीय वार्ता करना चाहता हूं। इससे पहले कल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए वहां जनमत संग्रह की मांग की थी।
कोई देश अब डिक्टेट नहीं कर सकता
मोदी ने कहा कि अब कोई एक देश या कुछ देशों का समूह दुनिया को डिक्टेट नहीं कर सकता। अगले वर्ष हम 70 साल के हो जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र में सुधार का यह सही समय है।
मून और राजपक्षे से मिले
मोदी ने बान की मून से मिलकर नवाज शरीफ द्वारा संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाने को अनुचित बताया। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति म¨हदा राजपक्षे और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ आपसी संबंधों पर चर्चा की। हसीना के साथ यह मोदी की पहली भेंट थी।
एक जी-ऑल चाहिए
नरेंद्र मोदी ने सवाल उठाया कि संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था के होने के बावजूद हमने इतने सारे 'जी' फोरम क्यों बना रखे हैं? इस मंच पर आकर तो सभी एकता की बात करते हैं, लेकिन यहां से जाने के बाद कई गुटों में बंट जाते हैं। हमने जी-4, जी-7 और जी-20 जैसे संगठन बना रखे हैं। अब जरूरत एक 'जी-ऑल' बनाने की है।
योग अपनाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व के नेताओं को योग अपनाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में बदलाव लाकर जलवायु परिवर्तन से होने वाले असर को कम किया जा सकता है। इसके लिए लिए हमें 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' का आयोजन करना चाहिए। मोदी ने कहा कि यह सिर्फ व्यायाम ही नहीं बल्कि विश्व और प्रकृति से एकात्म की खोज है।
बोले मोदी
-आतंकवाद नए रूप और नए नाम ले रहा है, कोई देश इससे मुक्त नहीं
-अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ व्यापक संधि का प्रस्ताव करता हूं
-अपना संसाधन और तकनीक अन्य देशों से साझा करने को तैयार
-एशिया से अफ्रीका तक दुनिया के हर हिस्से में लोकतंत्र की लहर
-विश्व व्यापार समझौते के समय अन्य देशों के हितों का ध्यान रखें
-फेसबुक और ट्विटर जिस रफ्तार से फैला, उसी रफ्तार से विकास संभव
'पाकिस्तान का भी यह दायित्व है कि वह गंभीरता से द्विपक्षीय वार्ता के लिए अनुकूल वातावरण बनाए। इस मंच पर बात उठाने से समाधान के प्रयास सफल होंगे, इस पर कई लोगों को संदेह है।'
-संयुक्त राष्ट्र महासभा में नरेंद्र मोदी