71 साल के दादा को ढांढस दे रहा है 10 साल का पोता
मलेशियाई विमान (फ्लाइट एमएच17) हादसे में मारे गए भारतीय मूल के फ्लाइट अटेंडेंट संजीद सिंह संधू का दस साल का बेटा हंस सिंह संधू पहले से ज्यादा समझदार हो गया है। खिलौनों से खेलने की उम्र में हंस अब परिवार को गम से उबरने में मदद कर रहा है। इस हादसे में विमान पर सवार सभी 298 लोग मारे गए थे।
कुआलालंपुर। मलेशियाई विमान (फ्लाइट एमएच17) हादसे में मारे गए भारतीय मूल के फ्लाइट अटेंडेंट संजीद सिंह संधू का दस साल का बेटा हंस सिंह संधू पहले से ज्यादा समझदार हो गया है। खिलौनों से खेलने की उम्र में हंस अब परिवार को गम से उबरने में मदद कर रहा है। इस हादसे में विमान पर सवार सभी 298 लोग मारे गए थे।
संजीद की मौत की खबर मिलने के बाद से पूरी तरह टूट चुके 71 वर्षीय जिजार सिंह को उनके पोते ने दिलासा दी, 'आपका बेटा चला गया, लेकिन मैं अब भी यहीं हूं। अब मैं आपका बेटा हूं और इस घर का ध्यान रखूंगा।' अपने पोते के साथ फोन पर हुई बातचीत को याद करते हुए जिजार ने स्टार अखबार से कहा, हंस मुझे ढांढस बंधा रहा था। घर के बुजुर्गो में से कोई चला जाता, लेकिन मेरे बेटे के साथ ऐसा क्यों हुआ। यह दुनिया ऐसे तो नहीं चलती। बुजुर्गो को पहले जाना चाहिए।' उन्हें उम्मीद है कि संजीद का शव मिल जाएगा और परिवार को लौटा दिया जाएगा।
हादसे वाले दिन विमान चालक दल के सदस्य संजीद ने साथी से शिफ्ट बदल ली थी, यह फैसला उनके लिए जानलेवा साबित हुआ।
उनकी पत्नी तान भी मलेशिया एयरलाइन में हैं। वह इसी वर्ष मार्च में लापता हुए विमान एमएच 370 में सवार होने वाली थीं, लेकिन आखिरी क्षणों में ड्यूटी बदलवा ली और खुशकिस्मत रहीं।
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