चीन से अमेरिका तक चला योग का जादू
चीन में हाल के वर्षो में योग बड़े पैमाने पर लोकप्रिय हुआ है।
बीजिंग, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व ही पूरी दुनिया पर योग का जादू चल चुका है। चीन, सिंगापुर से लेकर अमेरिका तक में लाखों की संख्या में लोग योगासन कर रहे हैं। चीनी अधिकारियों के दावे की माने तो योग दिवस पर चीन में भारत के बाद का सबसे बड़ा आयोजन होगा। चीन में हाल के वर्षो में योग बड़े पैमाने पर लोकप्रिय हुआ है।
यह चीन के प्राचीन शारीरिक फिटनेस वाले मार्शल आर्ट से मुकाबला कर रहा है। 2015 में एक कार्यक्रम के दौरान चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त रूप से योग को मान्यता दी थी। चीन की महान दीवार सहित कई पार्क, झील और रिसोर्ट योग करने के स्थान के तौर पर विकसित हो चुके हैं। भारत और चीन के साझा प्रयास से भारत के बाहर कुनमिंग के यूनान मिंजु विश्र्वविद्यालय में पहला योग कॉलेज खोला गया है।
चीनी पत्नी के साथ मिलकर योग प्रशिक्षण स्कूल चलाने वाले भारतीय योग विशेषज्ञ मनमोहन भंडारी ने कहा कि जब से संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को योग दिवस घोषित किया है, तब से चीन के सभी शहरों में इस दिन को योग उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। सबसे बड़ा कार्यक्रम चीन की महान दीवार पर 20 जून को होगा। वहीं अमेरिका में योग करने के लिए नेशनल मॉल में हजारों की संख्या में लोग जुटे। अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ने कहा कि योग मानवता के लाभ के लिए है।
पिछले तीन साल में योग आंदोलन का रूप ले चुका है और यह लगातार आगे ही बढ़ता जा रहा है। योग के अनुशासन व दर्शन को पूरी दुनिया आत्मसात कर रही है। मैरीलैंड व वर्जीनिया के गवर्नर ने योग दिवस को लेकर शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। सिंगापुर के नेशनल स्टेडियम में आठ हजार लोगों ने योग किया। यहां सिंगापुर के राजनेताओं के साथ कंबोडिया व इजरायल के राजनयिक भी जुटे। सिंगापुर के गृह व कानून मंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में योग दिवस समारोह का आयोजन किया।
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