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    फेसबुक के जरिए हथियार खरीद रहे हैं आईएस, अलकायदा

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Thu, 25 Feb 2016 09:22 PM (IST)

    सीरिया में सक्रिय आतंकी संगठन फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइट्स के जरिए भारी हथियार की खरीद-बिक्री में जुटे हुए हैं।

    लंदन। सीरिया में सक्रिय आतंकी संगठन फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइट्स के जरिए भारी हथियार की खरीद-बिक्री में जुटे हुए हैं। ब्रिटिश मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। डेली मिरर के मुताबिक, आईएस और अलकायदा जैसे संगठन फेसबुक से ऐसे रॉकेट लॉन्चर खरीद सकते हैं जिससे वह कोई भी यात्री विमान ध्वस्त कर सके।

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    बताया गया कि संगठनों का एक हथियार "मैनपैड" बिक्री के लिए उपलब्ध है। यह एक प्रकार का मिसाइल लॉन्चर है जिससे सैन्य और यात्री जेट आसानी से गिराए जा सकते हैं। कहा गया कि इसे बेचने वाले सीरियाई विद्रोही ही हैं लेकिन सीरिया में मौजूदगी की वजह से आईएस के आतंकी बेहद आसानी से इसे खरीद सकते हैं। फेसबुक पर सक्रिय ऐसे पेज पर कई मिसाइल, थर्मल कैमरा और लॉन्चर्स का जिक्र हैं जिन्हें सीआईए ने विद्रोही संगठनों को दिए थे।

    आईएस को विस्फोटक बनाने का सामान बेचने वाली कंपनियों में सात भारतीय

    आतंकी संगठन आईएस को विस्फोटक बनाने के लिए सामान भेजने वाली 20 देशों की कंपनियों की सूची बनाई गई है। इसमें 7 भारतीय कंपनियां हैं। योरपीय संघ समर्थित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। कॉनफ्लिक्ट आर्मानेंट रिसर्च के अध्ययन में कहा गया है कि तुर्की, भरत, ब्राजील और अमेरिका जैसे 20 देशों की 51 कंपनियां हैं जिन्होंने आईएस को इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोजिव डिवाइस (आईईडी) बनाने के लिए 700 से अधिक विस्फोटक सामग्री बेची।

    इस सूची में तुर्की सबसे ऊपर है। उसकी 13 कंपनियों ने आईएस को विस्फोटक सामग्री बेची। इसके बाद भारत का स्थान है। उसकी सात कंपनियों ने आईएस को विस्फोटक सामग्री बेची। यह अध्ययन 20 माह में पूरा किया गया। सात भारतीय कंपनियों ने डिटोनेटर, डिटोनेटिंग कार्ड और सेफ्टी फ्यूज बनाए और आईएस को बेचे।

    भारतीय कानून के तहत इस तरह की सामग्री को निर्यात के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। भारतीय कंपनियों ने सरकार से कानूनी रूप से लाइसेंस हासिल कर लेबनान और तुर्की में कंपनियों को विस्फोटक सामग्री निर्यात की।

    रिपोर्ट के मुताबिक आईएस रिमोट डिटोनेशन के लिए आम तौर पर नोकिया 105 मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है। रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील, रोमानिया, रूस, नीदरलैंड्स, चीन, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया और चेक रिपब्लिक की कंपनियां भी आईएस को विस्फोटक सामग्री बेचने में शामिल हैं।