भारतीय ने बनाया आवाज पर काम करने वाला रोबोट
वो दिन दूर नहीं जब घर के लोग आदेश देंगे। रोबोट आवाज सुनेगा, समझेगा और आदेश का पालन करेगा। भारतीय मूल के शोधकर्ता को इस दिशा में बड़ी सफलता हासिल हुई है।
न्यूयार्क। वो दिन दूर नहीं जब घर के लोग आदेश देंगे। रोबोट आवाज सुनेगा, समझेगा और आदेश का पालन करेगा। भारतीय मूल के शोधकर्ता को इस दिशा में बड़ी सफलता हासिल हुई है। कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर आशुतोष सक्सेना ने रोबोट लैब में थ्री डी कैमरे से युक्त कई तरह की मानव आवाजों को पहचान कर निर्देशों के अनुरूप काम करने वाला रोबोट विकसित किया है।
उन्होंने यह सफलता लैब में पूर्व विकसित कंप्यूटर विजन सॉफ्टवेयर के जरिए हासिल की। ये रोबोट मिले निर्देशों के तहत परिस्थितियों और आवश्यकताओं का आकलन करके उसी अनुरूप काम करता है। जैसे चाय बनाने को कहा जाए तो रोबोट खुद ब खुद पैन और स्टोव की पहचान करेगा। फिर आगे के कार्यो को संपादित करेगा। यदि आपने रोबोट से गर्म पानी की मांग की और स्टोव नहीं है तो वह माइक्रोवेव का भी उपयोग कर सकता है। यह चीजों की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
शोधकर्तां का कहना है कि रोबोट को किसी दूसरे किचन में ले जाया गया तो भी वह ऐसा ही व्यवहार करेगा। सक्सेना की टीम ने 'मशीन भी सीखती' है के सिद्धांत पर काम करते हुए रोबोट को प्रशिक्षित किया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वीडियो गेम खेलते समय जिस तरह विभिन्न आवाजों को पहचान लिया जाता है, उसी तरह इस रोबोट को भी प्रोग्राम किया गया है।
शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च के दौरान रोबोट से रेमन नूडल्स, इटैलियन डेजर्ट और कॉफी बनवाई। शोधकर्ता टीम का कहना है कि माहौल बदल जाने के बाद भी 64 फीसदी निर्देशों का रोबोट पूरी तरह पालन करता है। अगर रोबोट ने काम के दौरान कोई गलती कर भी दी तो वह इसे सुधारने में सक्षम है।
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