भारतीय दंपति ने किया ऑस्ट्रेलियाई इतिहास का सबसे बड़ा मुकदमा
ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंक पर भारतीय मूल के एक उद्योगपति दंपति ने डेढ़ अरब डॉलर का मुकदमा दायर किया है।
मेलबर्न, प्रेट्र। भारतीय मूल के एक उद्योगपति दंपति ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंक(एएनजेड) पर डेढ़ अरब डॉलर (करीब 10 हजार करोड़ रुपये) का मुकदमा दायर किया। यह ऑस्ट्रेलिया के कानूनी इतिहास के सबसे बड़े मुकदमों में से एक है। इस दंपति ने बैंक पर कर्ज की वापसी के लिए कंपनी के शेयरों का मूल्य कम कर आंकने और संपत्ति बेचने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
पंकज और राधिका ओसवाल की ओर से विक्टोरिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल मामले की सुनवाई पूरी होने में छह महीने का समय लग सकता है। दंपति ने सुनवाई के पहले दिन अदालत को बताया कि एएनजेड बैंक ने कर्ज वापसी के लिए उनकी उर्वरक कंपनी के शेयरों का मूल्य कम करके आंका। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया स्थित उनकी उवर्रक कंपनी बुरुप पर्टिलाइजर्स को बेचने के लिए मजबूर किया।
दंपति ने बैंक से आठ सौ मिलियन डॉलर का कर्ज लिया था। इसके भुगतान के लिए 2010 में रिसीवरों ने उनकी कंपनी जब्त कर ली थी। दिसंबर 2010 मे मेलबर्न छोड़ने वाला यह दंपती कानूनी कार्रवाई के लिए हाल ही में ऑस्ट्रेलिया लौटा है। उनका आरोप है कि बैंक ने उनके उवर्रक कारोबार के शेयरों की कीमत डेढ़ अरब डॉलर कम आंकी और उन्हें भारी अर्थिक नुकसान पहुंचाया।
दंपति के वकील टॉनी बैनन ने बताया कि उवर्रक कंपनी में उनके मुवक्किलों की 65 फीसद हिस्सेदारी 2010 में 40 करोड़ डॉलर में बेची गई, जबकि इसका वास्तविक मूल्य 99 करोड़ डॉलर था। उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बात के साक्ष्य हैं कि इन शेयरों का मौजूदा मूल्य 1.68 अरब डॉलर है। गौरतलब है कि इस हाई प्रोफाइल दंपति पर निजी कामों के लिए उवर्रक कंपनी के डेढ़ करोड़ डॉलर का इस्तेमाल करने के आरोप में ऑस्ट्रेलिया में पहले से मुकदमा चल रहा है।