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    परमाणु हथियारों के क्षेत्र में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण: अमेरिका

    By kishor joshiEdited By:
    Updated: Thu, 31 Mar 2016 10:48 AM (IST)

    अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा है कि परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी को लेकर भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।

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    वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा है कि परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी को लेकर भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। जॉन केरी ने यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से पहले दिया है जहां वो दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेंगे।

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    अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुख्यालय फॉगी बॉटम में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से मुलाकात करते हुए कैरी ने कहा कि, "एक जिम्मेदार और अगुवा देश होने के रूप में भारत का एक लंबा रिकार्ड रहा है और वर्तमान में भारत की भूमिका तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब हम देख रहे हैं कि कुछ ताकतें इस क्षेत्र में हथियारों के निर्माण पर जोर दे रही हैं।" कैरी ने कहा कि ओबामा ने भारत और अमेरिका के संबंधों को सदी के संबंधों के रूप में परिभाषित किया है, जिसके कई कारण हैं।

    कैरी ने कहा, "भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, और प्रौद्योगिकी और ऊर्जा जैसे कई मुद्दों पर वह अमेरिका का वास्तविक साझीदार है। पेरिस में हुए जलवायु समझौते को मुकाम पर पहुंचाने के लिए हम विशेष रूप से भारत के आभारी हैं।" और वर्तमान में हम इस समझौते को लेकर और कई कदम उठा सकते हैं। कैरी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस परमाणु सुरक्षा सम्मेलन, वैश्विक जिम्मेदारियों और विकल्पों को लेकर हर किसी की समझ में योगदान देगा।

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    भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने कहा कि रेडियोधर्मी पदार्थों की रक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चत करने को लेकर भारत गंभीर है। भारत और अमेरिका के बढ़ते हुए सहयोग पर डोवाल ने कहा कि साईबर स्पेस और आतंकवाद सहित आपसी हितों के मुद्दों के क्षेत्र में दोनों देश मिलकर कार्य करेंगे। डोवाल ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में नई सरकार का गठन होने के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्तों में नई ऊचाईंया आईं हैं। हमने कई ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहां हम अच्छे परिणाम हासिल कर सकते हैं।"

    बैठक के दौरान कैरी और डोवाल ने वैश्विक तथा क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर राजनैयिक रिश्तों में बेहतरी के विकल्पों पर चर्चा की।