सार्क के बाद भारत ने किया पाकिस्तान में होनेवाले एक और सम्मेलन का बहिष्कार
नवंबर में भारत के बहिष्कार के कारण पाकिस्तान को इस्लामाबाद में होने वाला दक्षेस सम्मेलन रद करना पड़ा था। ...और पढ़ें

इस्लामाबाद, प्रेट्र। टिकाऊ विकास पर पाकिस्तान में हो रहे क्षेत्रीय सम्मेलन से भारत ने दूरी बना ली है। बांग्लादेश और ईरान ने भी सम्मेलन का बहिष्कार किया है। पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने यह जानकारी दी है। इससे पहले नवंबर में भारत के बहिष्कार के कारण पाकिस्तान को इस्लामाबाद में होने वाला दक्षेस सम्मेलन रद करना पड़ा था। पाकिस्तान की मेजबानी वाले बहुराष्ट्रीय कार्यक्रमों का बहिष्कार आतंकवाद को लेकर वैश्रि्वक मंच पर पड़ोसी को अलग-थलग करने के भारत के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है।
एशिया-प्रशांत तकनीक हस्तांतरण केंद्र (एपीसीटीटी) की संचालक परिषद का तीन दिनी सम्मेलन सोमवार से इस्लामाबाद में चल रहा है। ट्रिब्यून ने पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से बताया है कि शुरू में भारत ने सम्मेलन में भागीदारी की पुष्टि की थी। लेकिन, बैठक शुरू होने से कुछ घंटा पहले भारतीय शिष्टमंडल ने यह कहते हुए यात्रा रद कर दी कि उनके प्रमुख भोजन विषाक्तता के शिकार हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार सालाना बैठक में भाग लेने के लिए एपीसीटीटी के सभी 14 सदस्य देशों को आमंत्रित किया गया था। चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, पाकिस्तान, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम बैठक में भाग ले रहे हैं। इस बैठक में अगले साल की परियोजनाओं को मंजूरी दी जाएगी। कुल पांच परियोजनाओं में से एक 'भावी भारत का भरण-पोषण' भारत की ओर से प्रस्तावित है। 15 लाख डॉलर वाली इस परियोजना का मकसद कृषि क्षेत्र में इनोवेशन को प्रोत्साहित करने लिए भारत में एक मंच की स्थापना करना है, जिससे निम्न विकसित देशों में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। गौरतलब है कि एशिया-प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग के तहत आने वाले एपीसीटीटी का मुख्यालय नई दिल्ली में ही है।

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