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    26/11: आरोपियों को आइसीसी को सौंप दे पाकिस्तान

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    Updated: Fri, 28 Jun 2013 04:16 PM (IST)

    वाशिंगटन। पाकिस्तान में मुंबई आतंकी हमलों (26/11) की धीमी गति से सुनवाई से निराश एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी समेत सात संदिग्ध आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय अपराध कोर्ट (आइसीसी) के हवाले करने की मांग की है

    वाशिंगटन। पाकिस्तान में मुंबई आतंकी हमलों (26/11) की धीमी गति से सुनवाई से निराश एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी समेत सात संदिग्ध आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय अपराध कोर्ट (आइसीसी) के हवाले करने की मांग की है ताकि उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जा सके। मुंबई पर 2008 में आतंकवादी हमले कराने के आरोप में लखवी सहित सात संदिग्धों के खिलाफ पाकिस्तान की अदालत में सुनवाई चल रही है।

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    सीनेट की शक्तिशाली विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एड रायसे ने कहा, 'सातों संदिग्धों को मुंबई हमलों में उनकी भूमिका के लिए न्याय के कठघरे में लाने की जरूरत है। अगर पाकिस्तान उनके खिलाफ मुकदमा नहीं चला सकता तो मानवता के खिलाफ अपराध के लिए उन्हें आइसीसी के हवाले कर दे।' सातों पाकिस्तानी संदिग्धों पर नवंबर, 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमले में आतंकियों को प्रशिक्षण, आर्थिक मदद, हथियार समेत अन्य साधन मुहैया कराने के आरोप हैं। इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे। रावलपिंडी की एक आतंकवाद निरोधी अदालत मामले की सुनवाई 2009 से कर रही है। इस दौरान पांच जजों का तबादला किया जा चुका है।

    अमेरिकन इंडिया पब्लिक अफेयर्स कमिटी (एआइपीएसी) द्वारा कैपिटल हिल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करते हुए रायसे ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ही आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। उनके मुताबिक करीब 10 करोड़ डॉलर (5.94 अरब रुपये) खाड़ी देशों से पाकिस्तान के 600 देवबंद स्कूलों को भेजने का पता चला है। उनके मुताबिक यह स्कूल कट्टरपंथियों को तैयार कर रहे हैं। इनके खिलाफ बोलने वालों की पाकिस्तान में खैर नहीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी घटकर 1.5 प्रतिशत रह गई है जबकि आजादी के समय यह 25 प्रतिशत थी। इस मौके पर भारतीय अमेरिकी सांसद अमी बेरा ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

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