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    इजराइल में प्रवासी भारतीयों से मिले मोदी, गिनाई उपलब्धियां; दिए तोहफे

    By Bhupendra SinghEdited By:
    Updated: Thu, 06 Jul 2017 08:22 AM (IST)

    पीएम मोदी ने तेल अवीव में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को भरोसे व दोस्ती का प्रतीक बताया।

    इजराइल में प्रवासी भारतीयों से मिले मोदी, गिनाई उपलब्धियां; दिए तोहफे

    तेल अवीव, एजेंसी। पीएम मोदी ने बुधवार देर रात तेल अवीव में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इसमें उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को भरोसे व दोस्ती का प्रतीक बताते हुए 85 हजार भारतीयों के लिए कई घोषणाएं कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-इसराइल रिश्तों को भरोसे व दोस्ती का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भारतीय पीएम को यहां आने में भले 70 लग गए हों, लेकिन दोनों देशों के रिश्ते सैक़़डों साल पुराने हैं। 1300 वीं सदी में भारत के सूफी संत बाबा फरीद ने यहां एक गुफा में साधना की थी। मोदी ने कहा कि जीएसटी ने उसी तरह देश का आर्थिक एकीकरण किया है, जिस तरह सरदार पटेल ने देश की रियासतों का एकीकरण किया था।

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    प्रमुख घोषणाएं
    -भारतीय समुदाय के जिन लोगों ने इसराइल में अनिवार्य सैन्य सेवा की है, उन्हें भी ओसीआई कार्ड मिलेगा।
    -ओसीआई कार्ड को पीआईओ कार्ड में बदलने के भी नियम बदल दिए गए हैं।
    -इसराइल में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र खोला जाएगा।
    -दिल्ली-मुंबई-तेल अवीव विमान सेवा शुरू होगी।

    मेरा सम्मान 125 करो़ड भारतीयों का सम्मान
    मोदी ने कहा, भारत में इसी माह से जीएसटी लागू हुआ है। इसे मैं 'गुड एंड सिंपल टैक्स' कहता हूं। देश में अब तक 500 तरह के टैक्स लागू थे। इन्हें हमने खत्म किया है। अब एक देश, एक टैक्स का एक दशक पुराना सपना साकार हुआ है। मेरी सरकार का मंत्र है रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफार्म। अब इसराइल के लोग भारत में आकर किस्मत आजमा सकते हैं।' मोदी ने कहा कि जो सम्मान मेरे दोस्त बेंजामिन नेतन्याहू ने दिया है वह 125 करो़़ड भारतीयों का सम्मान है। हम दोनों में एक समानता यह है कि हम दोनों स्वतंत्रता के बाद जन्मे। नेतन्याहू की भारतीय भोजन पसंद है। भले दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को 25 साल ही हुए हों, लेकिन सचाई यह है कि दोनों कई सौ साल से एक-दूसरे से जु़डे हैं। बाबा फरीद ने जिस गुफा में साधना की थी वह जगह आज भी भारत व यरशलम के 800 साल पुराने रिश्तों का प्रतीक बनी हुई है। इसराइल के शौर्य को वह सलाम करते हैं।
    इसराइली रणनीति 1971 के युद्ध में कारगर रही
    पीएम मोदी ने कहा--'1917 में इसराइल के हाइफा की ल़़डाई में भारतीय जवानों ने भाग लिया था। मैं उन्हें सलाम करता हूं। इस ल़़डाई में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने में गुरवार को हाइफा स्मारक जा रहा हूं। इसराइल की भूमि वीर सपूतों से सिंचित है। 1971 के बांग्लादेश आजादी के युद्ध में भी इसराइल ने अहम भूमिका निभाई। इसराइल मूल के लेफ्टिनेंट जैकब ने ऐसी रणनीति बनाई थी कि 90 हजार पाकिस्तानी जवानों को हथियार डालने प़़डे।'
    12 नोबेल मिल चुके इसराइल को
    मोदी ने कहा-बीते दशकों में इसराइल ने इनोवेशन में पूरी दुनिया को चौंका दिया है। कई क्षेत्रों में इस देश ने दुनिया के ब़़डे-ब़़डे देशों को पीछे छो़ड दिया है। अब तक 12 इसराइलियों को अलग-अलग क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार मिल चुके हैं।


    हम इतिहास रच रहे
    दोनों देशों के दोस्ती स्वर्ग में बनी है जिसे धरती पर निभा रहे हैं। मेरे लिए यह बेहद भावुक पल है। हम इतिहास बना रहे हैं। हम आतंकी ताकतों की एक-जैसी भौगोलिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। हमने इस क्षेत्र में काम करने पर सहमति बनाई है। आतंक को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता-बेंजामिन नेतन्याहू, पीएम इसराइल।

    रिश्तों का नया अध्याय
    यह हमारे रिश्तों में नया अध्याय है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू और मेरे बीच कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। हमारा मकसद एक ऐसा रिश्ता बनाना है, जिसमें प्राथमिकता एक जैसी हो। इसराइल नई खोज, जल और कृषिष तकनीक के मामले में लीडर है। ये ही मुद्दे भारत के एजेंडे में भी शामिल हैं। हमारा लक्ष्य ऐसे रिश्ते बनाना है, जो हमारी साझा प्राथमिकता का प्रदर्शन कर सके। हम रणनीतिक हितों की रक्षा करने पर सहमत हुए हैं-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री।

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