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    जी-20 शिखर बैठक की बड़ी कामयाबी, समापन पर राष्ट्रपति जिनपिंग ने की घोषणा

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Tue, 06 Sep 2016 07:39 AM (IST)

    भ्रष्ट अफसरों को जी-20 देशों और शेष विश्व में शरण नहीं मिलेगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने समापन भाषण में भगोड़े आर्थिक अपराधियों को सुरक्षित पनाह नहीं देने का आह्वान किया था।

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    हांगझू(एजेंसी)। जी-20 देशों की शिखर बैठक में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाने के मामले में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। बैठक के समापन के बाद मेजबान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने घोषणा की कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण और उनसे बकाया वसूली के लिए चीन में एक रिसर्च सेंटर बनाया जाएगा।

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    भ्रष्ट अफसरों को जी-20 देशों और शेष विश्व में शरण नहीं मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समापन भाषण में भगोड़े आर्थिक अपराधियों को सुरक्षित पनाह नहीं देने का आह्वान किया था। जी-20 में भ्रष्टों को शरण नहीं सम्मेलन के समापन के बाद पत्रकारों से चर्चा में जिनपिंग ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

    जी-20 देशों के नेताओं ने भ्रष्टाचार के मामलों में वांछित लोगों पर कार्रवाई के उच्च स्तरीय मानदंडों पर सहमति जताई। भ्रष्टाचार के खिलाफ जी-20 कार्ययोजना 2017-18 बनाई गई। भ्रष्ट अफसरों को जी-20 देशों और विश्व में अन्यत्र पनाह नहीं मिलेगी। चीन के सरकारी अखबार शिन्हुआ ने जिनपिंग के हवाले से यह खबर दी है। उल्लेखनीय है कि जिनपिंग खुद चीन में भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापक अभियान चलाकर हजारों अफसरों व वरिष्ठ नेताओं को सलाखों में पहुंचा चुके हैं।

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    टिकाऊ विकास की कार्ययोजना

    जी-20 ने पहली बार विकास को तवज्जो दी। इसमें टिकाऊ विकास के एजेंडा 2030 के अमल और अफ्रीकी व अल्प विकसित देशों में औद्योगिकीकरण को सामूहिक रूप से बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। जिनपिंग ने कहा कि जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग की अग्रणी फोरम बनी रहेगी। हांगझू घोषणा-पत्र में दीर्घावधि, व्यापक व खुली तथा समावेशी पहल के माध्यम से विश्व के आर्थिक विकास को गति देने पर सहमति बनी है। सदस्य देश बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का समर्थन करेंगे और संरक्षणवाद का विरोध करेंगे। व्यापार में आ रही गिरावट को रोकेंगे।

    दक्षिण सागर पर चीन ने जापान को चेताया

    चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को विवादित दक्षिण सागर मसले पर संयम बरतने की सलाह दी है। शिन्हुआ के अनुसार जापान को चेताया गया है कि वह शाब्दिक व व्यावहारिक रूप से सोच-समझकर कदम उठाए।

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    मोदी ने ओलां के समक्ष उठाया स्कॉर्पीन लीक मुद्दा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलां के साथ मुलाकात में इंडियन स्कॉर्पीन पनडुब्बी का गोपनीय ब्योरा लीक होने के मुद्दे पर चर्चा की। वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगन के साथ बैठक में उन्होंने भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) सदस्यता के प्रयासों का मुद्दा उठाया। इससे पहले वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे से भी मिले।

    ..जब ओबामा और पुतिन ने एक-दूसरे को घूरा

    जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जब आमना-सामना हुआ तो ओबामा ने उन्हें 'खा जाने वाली नजरों' से देखा। तनाव का यह पल उस समय आया जब दोनों राष्ट्राध्यक्ष सीरिया के मुद्दे का कोई समाधान ढ़ूढने में असमर्थ रहे। हालांकि दोनों इस मुद्दे पर जरूर सहमत हुए कि वे समझौते के लिए प्रयास करते रहेंगे। मालूम हो, सीरिया में पिछले पांच सालों में 3 लाख से अधिक लोग मारे गए हैं और लाखों लोगों को पलायन को मजबूर होना पड़ा है।

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