भूकंप के बाद पीने के पानी की समस्या जूझ रहा नेपाल
नेपाल में आए भूकंप की त्रासदी में जिंदगी की जद्दोजहद में पांच दिन गुजारने के बाद प्रभावित लोगों को नयी समस्या सताने लगी है। भूकंप से प्रभावित नेपाल के गोरखा जिले में लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। लोगों को पीने का पानी दूर पहाड़ियों से गैलन में भरकर
काठमांडू। नेपाल में आए भूकंप की त्रासदी में जिंदगी की जद्दोजहद में पांच दिन गुजारने के बाद प्रभावित लोगों को नयी समस्या सताने लगी है। भूकंप से प्रभावित नेपाल के गोरखा जिले में लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। लोगों को पीने का पानी दूर पहाड़ियों से गैलन में भरकर लाना पड़ रहा है, इसके साथ ही सेना के जवान भी लोगों के लिए पीने का पानी भरकर ला रहे हैं।
इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हजार से अधिक हो गई है और जो लोग जिंदा बचे हुए हैं वो भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। गोरखा जिले में बुधवार को भी चार बार भूकंप के झटके महसूस किये गये थे। इसके साथ ही तीन दिन से रिमझिम बारिश होने के कारण राहत कार्य में मुश्किल आ रही है।
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गोरखा वह स्थान है जिसे भारतीय जनता श्रद्धा के साथ देखती है। मान्यता है कि गुरु गोरखनाथ ने यहां रहकर तपस्या की थी। उनके नाम पर ही इस स्थान का नाम पड़ा। यही कारण है कि गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से भी गोरखा जिले का विशेष लगाव है। स्थानीय लोगों के अनुसार गोरखा में गुरु गोरखनाथ की वह गुफा भी हैं जहां उन्होंने तपस्या की थी।