दक्षिण चीन सागर में चीन के लियोनिंग अभ्यास से बिफरे जापान-ताइवान
अंतरराष्ट्रीय कानून चीन के लिए माएने नहीं रखते हैं। पड़ोसी देशों के ऐतराज के बाद भी दक्षिण चीन सागर में चीन सैन्याभ्यास से बाज नहीं आता है।
बीजिंग(रॉयटर्स)। दुनिया के सभी मुल्कों से चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों के पालन की अपेक्षा करता है। लेकिन खुद के फायदे के लिए उन्हीं कानूनों को धता बता देता है जो दूसरे देशों पर लागू होते हैं। दक्षिण चीन सागर का मामला कुछ ऐसा ही है। हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय पंचाट ने जब ये फैसला सुनाया कि दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा जायज नहीं है तो उसने पंचाट के फैसले को मानने से इंकार कर दिया।
लियोनिंग अभ्यास से तनाव
ताजा मामला दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा किये जा रहे सैन्य अभ्यास जुड़ा हुआ है। चीन के इकलौते एयरक्रॉफ्ट करियर लियोनिंग की अगुवाई में युद्धपोतों ने दक्षिण चीन सागर में सैन्य अभ्यास किया। जब इस मामले में पड़ोसी देशों ने आपत्ति दर्ज कराई तो चीन ने कहा कि वो पहले की तरह अभ्यास कर रहा था। लेकिन जानकारों का मानना है कि इस मुद्दे पर चीन के विरोध में अमेरिका और जापान आमने सामने आ सकते हैं।
ट्रंप की रणनीति पर भड़का चीन
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिनों पहले ताइवान के राष्ट्रपति से बातचीत की थी। इस बातचीत के बाद चीन भड़क गया था। चीन के लियोनिंग अभ्यास पर ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि लियोनिंग एयरक्रॉफ्ट करियर पांच युद्धपोतों के साथ ताइवान और फिलीपींल के बीच बासी चैनल से गुजर रहा था।
'चीन का अभ्यास गैरकानूनी'
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता चेन चुंग ची ने कहा कि हम अपने एयरस्पेस की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। लेकिन जब उनसे चीन के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ज्यादा कुछ कहने से इंकार कर दिया। ताइवान में विपक्ष के नेता ने कहा कि लियोनिंग अभ्यास के जरिए अमेरिका को चुनौती दे रहा है, आनेवाले समय में चीन और अमेरिका के बीच तनाव में इजाफा हो सकता है।
'चीन-अमेरिका में बढ़ेगा तनाव'
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक लियोनिंग अभ्यास के जरिए चीनी सेना अपनी क्षमता का मुल्यांकन कर रही है। अखबार का कहना है कि आने वाले समय में चीन पूर्वी प्रशांत महासागर तक अपनी पहुंच बनाएगा, जिसके बाद समुद्री कानूनों को लेकर मंथन तेज होगा। हाल ही में अमेरिका के अंडरवाटर ड्रोन पर चीनी कब्जे के बाद दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने आ गए थे, हालांकि चीन ने बाद में अमेरिकी ड्रोन को वापस कर दिया था।
जापान को भी ऐतराज
जापान ने रविवार को आरोप लगाया था कि मियाको और ओकिनावा के बीच अनधिकृत तौर पर 6 चीनी जहाज देखे गए थे। जापान का कहना है उसकी घटनाक्रम पर निगाह है।हाल ही में चीन ने ताइवान, फिलीपींस के काफी करीब सैन्य अभ्यास किया था जिसके बाद जापान और ताइवान ने कड़ा ऐतराज दर्ज कराया था।
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