'EU से अलग होने के फैसले पर ब्रिटेन कर सकता है विचार'
यूरोपियन यूनियन के लिए नियम बनाने वाले एक शख्स का कहना है कि ब्रिटेन ईयू से तलाक लेने के मुद्दे पर दोबारा विचार कर सकता है।
लंदन(रायटर्स)। यूरोपियन यूनियन से बाहर रहने के पक्ष में ब्रिटिश जनता ने फैसला सुनाया था। उस फैसले के बाद तत्कालीन पीएम डेविड कैमरन को इस्तीफा देना पड़ा था। कैमरन के इस्तीफे के बाद थेरेसा मे ने सत्ता संभाली।यूरोपियन यूनियन से जुड़े लिस्बन संधि में अनुच्छेद 50 को ड्राफ्ट करने वाले जॉन केर ने कहा कि यूरोपियन यूनियन से अलग होने के फैसले पर ब्रिटेन फिर से विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर राजनीतिक तौर पर स्वदेश या सदस्य देशों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन कानूनी तौर पर अगर कोई देश ईयू से बाहर नहीं जाना चाहता है, तो उसका विरोध नहीं किया जा सकता है।
ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे कह चुकी हैं कि वो अनुच्छेद 50 को मार्च 2017 के अंत तक लागू कर देंगी, जिसके बाद दो साल के लिए यूरोपियन यूनियन से बाहर रहने के फैसले पर अमल करने की शुरुआत हो जाएगी। पिछले महीने अटॉर्नी जनरल ने हाइकोर्ट को बताया था कि अनुच्छेद 50 के संबंध में अधिसूचना को रद्द नहीं किया जा सकता है।
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